बैचलर ऑफ़ प्लानिंग (B.Planning) – वर्तमान समय में हर कोई चाहता है कि वो कोई ऐसा कोर्स चुने जिसे पूरा करने के बाद उसकी एक अलग पहचान बन सके और वो एक अच्छी जॉब प्राप्त कर सके या अपना खुद का बिजनेस करके अपने करियर को रफ़्तार दे सके। तो दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसे ही पाठ्यक्रम बैचलर ऑफ़ प्लानिंग (B.Planning), जिसको करके आप अपने करियर को नया आयाम दे सके। आप हमारे इस आर्टिकल से कोर्स के बारे में विभिन्न जानकारी जैसे इस कोर्स को कौन कर सकता है, इस पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने के लिए आपके पास क्या योग्यताएं होनी चाहिए, कोर्स को करने के बाद आप किस क्षेत्र में जॉब कर सकते हैं और अपने करियर को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं आदि महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग (B.Planning) कोर्स क्या है?
दोस्तों बैचलर ऑफ़ प्लांनिग पाठ्यक्रम की मान्यता स्नातक स्तर यानि की ग्रेजुएशन लेवल की होती है। इस कोर्स की अवधि 4 वर्ष की होती है जो कि 8 सेमेस्टर में बांटा गया है। इस कोर्स में एडमिशन लेने से आप निर्धारित 4 वर्ष (8 सेमेस्टर) में अलग-अलग विषयों का अध्ययन करेंगे। आपको बैचलर ऑफ़ प्लानिंग (B.Planning) कोर्स में विभिन्न क्षेत्रों के विस्तृत अध्ययन के साथ अंतिम वर्ष/ सेमेस्टर में एक शोध (रिसर्च) भी कराया जायेगा जिससे आप फील्ड में काम करने से पहले फील्ड में काम करने की अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर सकें। बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स के बारे में मुख्य जानकारी निम्नलिखित है –
- कोर्स लेवल : अंडर ग्रेजुएशन (स्नातक)
- कोर्स की अवधि : 4 वर्षीय
- पाठ्यक्रम का प्रकार – सेमेस्टर के अनुरूप (8 सेमेस्टर)
अध्ययन के क्षेत्र
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स में एडमिशन लेने से उम्मीदवार को विभिन्न डिजाइनिंग एवं प्लानिंग के क्षेत्र का अध्ययन करने के मौका मिलता है –
- अर्बन डिजाइनिंग एन्ड प्लानिंग
- हाउसिंग प्लानिंग
- पर्यावरण के विस्तृत क्षेत्र की प्लानिंग
- बिल्डिंग स्ट्रक्चर प्लानिंग
- आर्किटेक्चर प्लानिंग
- रियल स्टेट मैनजमेंट प्लांनिग
योग्यता
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों के पास निम्नलिखित योग्यता होना आवश्यक है –
- बैचलर ऑफ़ प्लानिंग में एडमिशन के लिए उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से 10+2 प्रणाली से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की हो।
- 12वीं की परीक्षा कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो।
- उम्मीदवार ने 12वीं की परीक्षा में गणित, अंग्रेजी या इसके समकक्ष विषयों का अध्ययन किया हो।
- उम्मीदवार को अंको में या एडमिशन प्रक्रिया में आरक्षण राज्य सरकार/ केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित किये गए श्रेणी के अनुसार आरक्षण प्रदान किया जायेगा।
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग (B.Planning) में एडमिशन कैसे प्राप्त करें
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स में एडमिशन उम्मीदवार विभिन्न प्रकार से प्राप्त कर सकते हैं। कुछ यूनिवर्सिटी/ संस्थान इस कोर्स में एडमिशन के लिए अपने विद्यालय स्तर की प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं और जो उम्मीदवार इस परीक्षा में निर्धारित किये कटऑफ मार्क्स प्राप्त कर लेते हैं उनको उस विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल जाता है। इसके साथ कुछ विश्वविद्यालय इस कोर्स में एडमिशन 10वीं एवं 12वीं कक्षा में प्राप्त अंको के अनुसार तैयार की गई मेरिट के अनुसार देते हैं। कॉलेज अपनी सीटों की उपलब्धता के अनुसार कटऑफ तय करते हैं और जो छात्र कटऑफ मार्क्स प्राप्त कर लेते हैं उनको प्रवेश दिया जाता है।
इन दो प्रक्रियाओं के अलावा इस आप इस कोर्स में विभिन्न स्टेट लेवल/ नेशनल लेवल की परीक्षाओं में भाग लेकर भी एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। इन परीक्षाओं में एडमिशन उम्मीदवार के द्वारा परीक्षा में किये गए प्रदर्शन के आधार पर तय की गई रैंक के अनुसार प्रदान किया जाता है। स्टेट लेवल या नेशनल लेवल की परीक्षा में भाग लेने से आपको विभिन्न प्रतिष्ठित सरकारी कॉलेज/ संस्थान में प्रवेश दिया जाता है। बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित एंट्रेस टेस्ट आयोजित किये जाते हैं –
मुख्य एंट्रेंस एंट्रेस एग्जाम :
- यूपीएसईई (उत्तर प्रदेश स्टेट एंट्रेस एग्जाम)
- जीईई (जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम)
- इसके साथ विभिन्न प्रदेश अपने स्टेट की प्रवेश परीक्षा का आयोजन करते हैं।
जॉब के क्षेत्र एवं सैलरी स्कोप
बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स को करने से आपके पास विभिन्न क्षेत्रों में काम करने की आजादी होती है। आप चाहे तो विभिन्न सरकारी, अर्द्धसरकारी एवं प्राइवेट सेक्टर की बड़ी बड़ी प्रतिष्ठित कंपनियों में जॉब कर सकते हैं एवं इसके साथ आप विभिन्न एनजीओ जो विभिन्न क्षेत्रों में प्लानिंग का काम करते हैं उनके साथ मिलकर भी काम कर सकते हैं। इस सबके साथ अगर आप अपना बिजनेस करना चाहते हैं तो ये कोर्स आपके लिए परफेक्ट है। आप यह कोर्स करके विभिन्न क्षेत्रों में जॉब या खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
आप बैचलर ऑफ़ प्लानिंग कोर्स करने के बाद विभिन्न क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं –
- पर्यावण के क्षेत्र में।
- हाउस प्लानिंग के क्षेत्र में।
- आर्किटेक्चर के रूप में।
- ट्रांसपोर्ट प्लानिंग के क्षेत्र में।
- इंटीरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में।
- प्रोजेक्ट प्लानर के रूप में।
- इस सबके साथ और भी विभिन्न क्षेत्र हैं जिस क्षेत्र में आप जॉब कर सकते हैं या खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकते हैं।
सरकारी क्षेत्र में जॉब (स्कोप) :
- अर्बन एंड टाउन प्लानिंग।
- सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली आवास योजनाएं।
- परिवहन, राजमार्ग, रेलवे योजनाओं के क्षेत्र में।
- पीडब्ल्यूडी, नगर निगम के क्षेत्र में।
सैलरी पैकेज :
इन क्षेत्रों में जॉब करने से उम्मीदवारों को अनुभव के अनुसार सैलरी प्रदान की जाती है। अगर आप फ्रेशर के रूप में नौकरी करेंगे तो आपको 15000 रूपए प्रति महीना से लेकर 25000 रूपए प्रति महीना तक मिल सकते हैं। इसके बाद जैसे जैसे आपका काम करने के अनुभव बढ़ता जायेगा आपकी सैलरी की ग्रोथ होती रहेगी। इस सबके साथ आप अपना बिजनेस करके भी अच्छा पैकेज उठा सकते हैं। इसके साथ अगर आपको सरकारी नौकरी मिल जाती है तो आपको सरकार के द्वारा निर्धारित सैलरी पैकेज दिया जायेगा।