Baisakhi 2019: बैसाखी जिसे वैसाखी के नाम से भी जाना जाता है । प्रत्येक वर्ष बैसाखी का त्योहार 13 या 14 अप्रैल को मनाया जाता है । बैसाखी ना सिर्फ पंजाब में धूम धाम से मनाई जाती है बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी धूमधाम से मनाई जाती है । खासतौर बैसाखी पंजाब और हरियाणा के लोग मनाते हैं बैसाखी का त्योहार किसान फसल काटने की खुशी में मनाते हैं । बैसाखी के दिन यानि 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी ।
बैसाखी ( Baisakhi )
बैसाखी के दिन पूरे भारत के गुरूद्वारे, विशेष रूप से पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों में, सजाए जाते हैं और बड़ी संख्या में लोग इस दिन पूजा करने के लिए आते हैं । गुरुद्वारे में नगर कीर्तन किया जाते हैं और लोग जुलूसों के दौरान आनंद लेने के लिए नाचते, गाते और पटाखे छुड़ाते हैं । बहुत से लोग अपने रिश्तेदारों, मित्रों और सहकर्मियों के साथ इस दिन को मनाने के लिए घर पर इक्कठा होते हैं साथ ही देश भर के स्कूलों और कार्यालयों की छुट्टी होती है।
अप्रैल माह और क्यों मनाते हैं बैसाखी
अप्रैल के महीने में बैसाखी इसलिए मनाई जाती है क्योंकि अप्रैल के महीने मे रबी यानि गेंहू फसल कटती है जिसके बेचकर किसानों की अच्छी कमाई होती है और वह धन कमाते हैं इसलिए पंजाब और हरियाणा के किसान बैसाखी को काफी उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाते हैं । हर वर्ष बैसाखी के दिन पंजाब में कई मेले लगते हैं, लेकिन जब बैसाखी में कुंभ का मेला भी हो तो इस दिन स्नान करने का महत्व और भी बढ़ जाता है । बैसाखी पर्व के एक दिन पूर्व बाजार लगता है जहां मिठाई, चाट, खिलौनों, फलों आदि की अनेक दुकानें लगाई जाती हैं ।
बैसाखी और खालसा पंथ का संबंध
बैसाखी के दिन सिख गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना 13 अप्रैल 1699 में की थी और आनंदपुर साहब के गुरुद्वारे में पांच प्यारों से वैशाखी पर्व पर ही बलिदान के लिए आह्वान किया गया था ।
इन राज्यों में मनाई जाती है बैसाखी
वैसे तो पंजाब और हरियाणा के किसान गेंहू की फसल काटने के लिए बैसाखी का त्योहार मनाते हैं लेकिन पंजाब हरियाणा के अलावा भी कई राज्यों में बैसाखी मनाई जाती है बैसाखी को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है और धूमधाम से मनाया जाता है जो निम्न हैं –
- असम में रोंगली बीहु
- ओडिशा में महा विश्व संक्रांति
- पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में पोहेला बोशाख या नाबा बारशा
- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में उगाडी
- तुलू लोगों के बीच बिसू
- कुमाऊं उत्तराखंड में बिखू या बिखौती
- तमिलनाडु में पुथंडू
- केरल में विशु
जानकारी के लिए बता दें कि इनमें से कुछ जश्न बैसाखी यानि 13 या 14 अप्रैल को मनाये जाते हैं तो कहीं एक या दो दिन बाद मनाया जाता है ।
कैसे मनाते हैं बैसाखी ?
बैसाखी के दिन पंजाब में सभी लोग खूब मौज मस्ती करते हैं पंजाब के लोग ढोल-नगाड़ों पर नाचते-गाते हैं। बैसाखी का त्योहार को बड़े ही उल्लास के साथ मनाते हैं। गुरुद्वारों की सजावट की जाती है भजन-कीर्तन कराए जाते हैं। सभी लोगों के घर में पकवान बनाये जाते हैं और घरों में कई तरह के पकवान बनते हैं।
बैसाखी के दिन बनाये जाते हैं ये व्यंजन
बैसाखी के दिन लोग व्यंजन में निम्न चीजों को बनाते हैं जो निम्न प्रकार है-
- पीले चावल
- पंजाबी कढ़ी
- छोले-भटूरे
- खीर
- लस्सी
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