बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना अनिवार्य होता है। बीएचयू काउंसलिंग 2020 की सारी जानकारी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाती है। इसके अलावा छात्र हमारे द्वारा दिए गए लिंक से भी काउंसलिंग प्रक्रिया की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। आपको बता दें कि बीएचयू एडमिशन 2020 के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है। प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को सबसे पहले आवेदन पत्र भरने होते हैं। जिन छात्रों के आवेदन पत्र स्वीकार किए जाते हैं उन छात्रों का एडमिट कार्ड जारी किया जाता है। एडमिट कार्ड प्राप्त करने वाले छात्रों को ही एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने की अनुमति दी जाती है। BHU Counselling 2020 की पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्र इस आर्टिकल को पूरा पढ़ सकते हैं।
बीएचयू काउंसलिंग 2020 (BHU Counselling 2020)
आपको बता दें कि प्रवेश परीक्षा का बीएचयू रिजल्ट 2020 जारी होने के बाद यूनिवर्सिटी द्वारा मेरिट लिस्ट लिस्ट निकाली जाती है। जिन छात्रों का नाम मेरिट लिस्ट में आता है केवल उन्हीं छात्रों का काउंसलिंग प्रक्रिया के लिए बुलाया जाता है। काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना अनिवार्य होता है। काउंसलिंग का आयोजन यूनिवर्सिटी द्वारा ही किया जाता है। काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान छात्रों को अपने साथ सभी जरूरी दस्तावेज साथ लेकर आने होते हैं। काउंसलिंग के दौरान छात्र अपनी रैंक के अनुसार एडमिशन ले सकते हैं। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी काउंसलिंग 2020 के लिए नीचे दी गई महत्वपूर्ण तिथियों का विशेष ध्यान रखें।
महत्वपूर्ण तिथियां
कोर्स (परीक्षा) | रिजल्ट की तिथि | काउंसलिंग की तिथि |
यूजी (यूईटी) | जून, 2020 | जुलाई 2020 |
बीएससी नर्सिंग,बी.फॉर्मा | जून, 2020 | जुलाई 2020 |
पीजी (पीईटी) | जून, 2020 | जुलाई 2020 |
बीएचयू काउंसलिंग प्रक्रिया 2020
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एडमिशन 2020 के लिए छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेना अनिवार्य होगा। काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए छात्रों को निम्न चरण पूरे करने होंगे-
- ऑनलाइन प्रीफ्रेंस फॉर्म
जो उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त करेंगे, उन्हें ऑनलाइन वरीयता (प्रीफ्रेंस) फॉर्म भरना होगा। जिसमें उम्मीदावारों को स्थान, कोर्स और सीट के प्रकार का चयन करना होगा। ये फॉर्म बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी करवाया जाएगा। इसके अलावा छात्र हमारे द्वारा दिए गए लिंक से भी फॉर्म भर सकेंगे।
- काउंसलिंग के दिन की एक्टीविटी
यह काउंसलिंग प्रक्रिया का एक अहम भाग है। उम्मीदवार को निर्धारित समय और तिथि के अनुसार काउंसलिंग स्थल पर पहुंचना होगा। छात्रों को उपस्थित होकर अपनी उपस्थिति पर हस्ताक्षर करने होंगे। जिसके बाद छात्रों को वरीयता फॉर्म का प्रिंटआउट प्राप्त करना होगा और फिर सत्यापन डेस्क पर सभी जरूरी दस्तावेज के साथ जमा करवाना होगा। उम्मीदवारों को यह ध्यान में रखना होगा कि यदि उनमें से कोई भी अनंतिम रूप से भर्ती हो जाएगा, तो उन्हें काउंसलिंग के अलगे दिन काउंसलिंग के स्थान से कॉल पत्र एकत्र करना होगा। इस कॉल लेटर को प्राप्त करने के बाद, उम्मीदवारों को शुल्क भी जमा करना होगा।
- काउंसलिंग के अगले दिन की एक्टीविटी
काउंसलिंग के बाद, उम्मीदवारों को एडमिशन फीस के भुगतान का प्रमाण वेन्यू इंचार्ज को देना होगा। यदि उम्मीदवार अंतिम तिथि तक भुगतान का प्रमाण प्रस्तुत करने में विफल रहता है, तो उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी।
काउंसलिंग के प्रत्येक दिन के बाद, सीट के आवंटन का भुगतान करना होगा। जो योग्यता, उम्मीदवारों की प्राथमिकता और सीटों की उपलब्धता के आधार पर होगा। सीटों का आवंटन के बाद, उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जमा करने होंगे।
बीएचयू काउंसलिंग 2020 से संबंधित महत्वपूर्ण निर्देश
- परीक्षा आयोजित होने के बाद उम्मीदवारों को कॉल लेटर जारी किया जाएगा।
- उम्मीदवारों को यह ध्यान रखना होगा कि वे सभी आवश्यक दस्तावेजों और प्रवेश शुल्क के साथ निर्धारित तिथि और समय पर कार्यक्रम स्थल पर जाएं।
- उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे समय पर काउंसलिंग स्थल पर उपस्थित हों क्योंकि यदि वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो उनका प्रवेश रद्द कर दिया जाएगा।
- कॉल लेटर किसी भी छात्र को पोस्ट द्वारा नहीं भेजा जाएगा। यह उम्मीदवारों को उनके पंजीकृत ईमेल आईडी पर ही भेजा जाएगा।
- यदि आपको अनंतिम रूप में प्रवेश दिया जाता है तो आपको कार्यक्रम स्थल के प्रभारी से कॉल लेटर एकत्र करना होगा।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी में स्थित एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। बीएचयू जिसे बनारस हिन्दू युनिवर्सिटी कहा जाता है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना वाराणसी हिन्दू विश्वविद्यालय एक्ट, एक्ट क्रमांक 16, सन् 1915) महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा सन् 1916 में वसंत पंचमी के पुनीत दिवस पर की गई थी। इस विश्वविद्यालय के मूल में डॉ॰ एनी बेसेन्ट द्वारा स्थापित और संचालित सेन्ट्रल हिन्दू कॉलेज की प्रमुख भूमिका थी। विश्वविद्यालय को “राष्ट्रीय महत्त्व का संस्थान” का दर्ज़ा प्राप्त है। इस विश्वविद्यालय के दो परिसर है। मुख्य परिसर (१३०० एकड़) वाराणसी में स्थित है जिसकी भूमि काशी नरेश ने दान की थी। मुख्य परिसर में ६ संस्थान्, १४ संकाय और लगभग १४० विभाग है।
आधिकारिक वेबसाइट :-bhuonline.in
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