रसायन विज्ञान विषय की अच्छी तैयारी के लिए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – साम्यावस्था यहाँ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे छात्र जो रसायन विज्ञान विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें अपनी तैयारी के लिए यहाँ साम्यावस्था के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर मिल जाएंगे। महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर की जानकारी किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक होती है। इस पेज में NCERT Book के यूनिट 7 – साम्यावस्था के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
श्रोत – राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद्
कक्षा: 11
विषय: रसायन विज्ञान
अध्याय: यूनिट 7 – साम्यावस्था
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के यूनिट 7 – साम्यावस्था के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहाँ प्राप्त करें।
1. हमें ज्ञात है की Kc और Kp के मध्य निम्नलिखित सम्बन्ध होता है।

अभिक्रिया NH₄Cl (s) NH₃ (g) + HCl (g) में ∆n का मान क्या होगा ?
(i) 1
(ii) 0.5
(iii) 1.5
(iv) 2
2. अभिक्रिया H₂(g) + I₂(g) 2HI (g) में मानक मुक्त ऊर्जा ∆Gθ > 0 है। साम्य स्थिरांक (K) का मान क्या होगा ?
(i) K = 0
(ii) K > 1
(iii) K = 1
(iv) K < 1
3. भौतिक प्रक्रमों में प्रयुक्त साम्य का निम्नलिखित में से कौन-सा सामान्य अभिलक्षण नहीं है?
(i) दिए गए ताप पर साम्य केवल बंद निकाय में ही संभव होता है।
(ii) निकाय के सभी (मापे जा सकने वाले) गुणधर्म अपरिवर्तित रहते हैं।
(iii) साम्य पर सभी भौतिक प्रक्रम रुक जाते हैं।
(iv) विरोधी प्रक्रम एक ही दर पर सम्पन्न होते हैं और गतिक परन्तु स्थायी स्थिति होती है।
4. PCl₅, PCl₃ और Cl₂ किसी बंद पात्र में 500K पर साम्य में है और उनकी सांद्रताएँ क्रमशः 0.8 × 10⁻³ mol L⁻¹ , 1.2 × 10⁻³ mol L⁻¹ तथा 1.2 × 10⁻³ mol L⁻¹ है। अभिक्रिया PCl₅ (g) PCl₃ (g) + Cl₂ (g) में Kc का मान क्या होगा ?
(i) 1.8 ×10³
(ii) 1.8 ×10⁻³
(iii) 1.8 × 0⁻³ mol L⁻¹
(iv) 0.55 × 10⁴
5. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन असत्य है?
(i) पूर्णतः उष्मारोधित फ्लास्क में साम्यावस्था में उपस्थित जल और बर्फ के मिश्रण में जल और बर्फ का द्रव्यमान समय के साथ परिवर्तित नहीं होता।
(ii) साम्यावस्था पर जब आयरन (III) नाइट्रेट और पोटैशियम थायोसायनेट युक्त विलयन में आॅक्सैलिक अम्ल मिलाया जाता है तो लाल रंग की तीव्रता में वृद्धि हो जाती है।
(iii) उत्प्रेरक मिलाने पर साम्य स्थिरांक का मान प्रभावित नहीं होता।
(iv) ∆H के ऋणात्मक मान वाली अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक, ताप में वृद्धि होने पर कम हो जाता है।
6. जब कक्ष ताप पर कोबाल्ट नाइट्रेट विलयन में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मिलाया जाता है तो निम्नलिखित अभिक्रिया घटित होती है और अभिक्रिया-मिश्रण नीला हो जाता है। ठंडा करने पर यह मिश्रण गुलाबी हो जाता है। इस जानकारी के आधार पर सही उत्तर पर निशान लगाइए-
[Co (H₂O)6] ³⁺ (aq) + 4Cl⁻ (aq)
(गुलाबी)
[CoCl₄] ²⁻ (aq) + 6H₂O (l)
(नीला)
(i) अभिक्रिया के लिए ∆H > 0 है
(ii) अभिक्रिया के लिए ∆H < 0 है
(iii) अभिक्रिया के लिए ∆H = 0 है
(iv) प्रस्तुत जानकारी के आधार पर ∆H के चिन्ह ले बारे में अनुमान नहीं लगाया जा सकता।
7. 25°C पर उदासीन जल के pH का मान 7.0 है। ताप में वृद्धि होने पर जल के आयनन में वृद्धि हो जाती है, तथापि H⁺ आयनों और OH⁻ आयनों की सांद्रता बराबर रहती है। 60°C पर शुद्ध जल की pH क्या होगी?
(i) 7.0 के बराबर
(ii) 7.0 के बराबर
(iii) 7.0 के बराबर
(iv) शून्य के बराबर
8. अम्ल का आयनन स्थिरांक, Kₐ, अम्ल की प्रबलता का माप है। ऐसीटिक अम्ल, हाइपोक्लोरस अम्ल और फार्मिक अम्ल के Kₐ मान क्रमशः 1.74 × 10⁻⁵, 3.0 × 10⁻⁸ तथा 1.8 × 10⁻⁴ हैं। इन अम्लों के 0.1 mol dm⁻³ विलयनों के pH का सही क्रम निम्नलिखित में से कौन-सा होगा?
(i) ऐसीटिक अम्ल > हाइपोक्लोरस अम्ल > फार्मिक अम्ल
(ii) हाइपोक्लोरस अम्ल > ऐसीटिक अम्ल > फार्मिक अम्ल
(iii) फार्मिक अम्ल > हाइपोक्लोरस अम्ल > ऐसीटिक अम्ल
(iv) फार्मिक अम्ल > ऐसीटिक अम्ल > हाइपोक्लोरस अम्ल

10. BF₃ की अम्लता की व्याख्या निम्नलिखित में से किस संकल्पना के आधार पर की जा सकती है?
(i) आर्रेनिअस संकल्पना
(ii) ब्रंसटेद-लोरी संकल्पना
(iii) लूइस संकल्पना
(iv) ब्रंसटेद-लोरी तथा लूइस संकल्पना दोनों
11. निम्नलिखित में से किन्हें समान आयतन में मिलाए जाने पर बफर विलयन प्राप्त होगा?
(i) 0.1 mol dm⁻³ NH₄OH तथा 0.1 mol dm⁻³ HCl
(ii) 0.05 mol dm⁻³ NH₄OH तथा 0.1 mol dm⁻³ HCl
(iii) 0.1 mol dm⁻³ NH₄OH तथा 0.05 mol dm⁻³ HCl
(iv) 0.1 mol dm⁻³ CH₄COONa तथा 0.1 mol dm⁻³ NaOH
12. निम्नलिखित में से सिल्वर क्लोराइड किस विलायक में सर्वाधिक विलेय है?
(i) 0.1 mol dm⁻³ AgNO₃ विलयन
(ii) 0.1 mol dm⁻³ HCl विलयन
(iii) H₂O
(iv) जलीय अमोनिया
13. 0.1 mol dm⁻³ CH₃COOH का pH मान क्या होगा ( जबकि Kₐ = 1.74 × 10⁻⁵) ?
(i) 3.4
(ii) 3.6
(iii) 3.9
(iv) 3.0
14. एसिटिक अम्ल का Kₐ मान 1.8 × 10⁻⁵ और NH₄OH का Kb मान 1.8 × 10⁻⁵ है। अमोनियम एसिटेट का pH कितना होगा ?
(i) 7.005
(ii) 4.75
(iii) 7.0
(iv) 6 और 7 के मध्य
15. अभिक्रिया A B के लिए अर्धपूर्ण अवस्था पर कौन सा विकल्प सही है ?

16. दाब में वृद्धि करने पर गैस प्रावस्था अभिक्रिया का साम्य जिस दिशा में पुनः स्थापित होता है उसका पूर्वानुमान ले शातैलिए नियम के अनुप्रयोग द्वारा लगाया जा सकता है। निम्नलिखित अभिक्रिया में,
N₂(g) + 3H₂(g) 2NH₃(g)
साम्य प्राप्त होने पर यदि ताप में परिवर्तन किए बिना कुल दाब में वृद्धि कर दी जाती है तो निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही होगा?
(i) k का मान उतना ही रहेगा
(ii) k का मान कम हो जाएगा
(iii) k का मान बढ़ जाएगा
(iv) प्रारंभ में K के मान में वृद्धि और दाब अत्यधिक होने पर K के मान में कमी हो जाएगी।
17. यदि जल का क्वथनांक सबसे अधिक और ईथर का क्वथनांक सबसे कम है तो 30°C पर जल, ऐसीटोन और ईथर के वाष्पदाब का सही क्रम क्या होगा ?
(i) जल < ईथर < ऐसीटोन
(ii) जल < ऐसीटोन < ईथर
(iii) ईथर < ऐसीटोन < जल
(iv) ऐसीटोन < ईथर < जल
18. यदि 500 K पर निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए स्थिरांक Kc का मान 5 है –

तो अभिक्रिया 2HI (g) H₂(g) + I₂(g) के साम्य स्थिरांक Kc का मान क्या होगा ?
(i) 0.04
(ii) 0.4
(iii) 25
(iv) 2.5
19. निम्नलिखित कौन-सी अभिक्रिया में, स्थिर आयतन पर आर्गन की अल्प मात्रा मिलाने पर साम्य अप्रभावित रहेगा?
(i) H₂ (g) + I₂ (g) 2HI (g)
(ii) PCl₅ (g) PCl₃ (g) + Cl₂ (g)
(iii) N₂(g) + 3H₂ (g) 2NH₃ (g)
(iv) उपर्युक्त तीनों उदाहरणों में साम्य अप्रभावित रहेगा
निम्नलिखित प्रश्नों में दो या इससे अधिक विकल्प सही हो सकते हैं।
20. अभिक्रिया N₂O₄ (g) 2NO₂ (g) के लिए 400 K तथा 500 K पर K का मान क्रमशः 50 तथा 1700 है। निम्नलिखित में से सही विकल्प कौन सा है ?
(i) यह अभिक्रिया ऊष्माशोषी है।
(ii) यह अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी है।
(iii) यदि NO₂(g) तथा N₂O₄ (g) को 400 K पर क्रमशः आंशिक दाबों 20 bar और 2 bar पर मिश्रित किया जाता है तो अधिक N₂O₄ (g) बनेगी।
(iv) निकाय की एन्ट्रोपी में वृद्धि होगी।
21. एक विशेष ताप और वायुमण्डलीय दाब पर शुद्ध पदार्थ की ठोस तथा द्रव प्रावस्थाएँ साम्य में हो सकती हैं। इस ताप को क्या कहते हैं?
(i) सामान्य गलनांक
(ii) साम्य ताप
(iii) क्वथनांक
(iv) हिमांक
22. जल में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का आयनन नीचे दिया गया है-
HCl(aq) + H₂O (l ) H₃O⁺ (aq) + Cl⁻ (aq)
इस आयनन में दो संयुग्मी अम्ल-क्षारक युगलों को लिखिए।
23. शर्करा के जलीय विलयन में विद्युत का चालन नहीं होता तथापि, जब जल में सोडियम क्लोराइड मिला दिया जाता है तो विद्युत का चालन होने लगता है। आयनन के आधार पर आप इस कथन की व्याख्या किस प्रकार करेंगे? सोडियम क्लोराइड की सांद्रता से विद्युत -चालन किस प्रकार प्रभावित होता है?
24. BF₃ में कोई प्रोटाॅन नहीं होता फिर भी यह अम्ल के रूप में व्यवहार करता है और NH₃ के साथ अभिक्रिया करता है। ऐसा क्यों है? इन दोनों के मध्य किस प्रकार का आबंध बनता है?
25. दुर्बल क्षारक MOH का आयनन स्थिरांक निम्नलिखित व्यंजक के द्वारा व्यक्त किया जाता है-

किसी नियत ताप पर कुछ दुर्बल क्षारकों के आयनन स्थिरांक के मान इस प्रकार हैं-
क्षारक – Kb
डाइमेथिलएमीन – 5.4 × 10⁻⁴
यूरिया – 1.3 × 10⁻¹⁴
पिरिडिन – 1.77 × 10⁻⁹
अमोनिया – 1.77 × 10⁻⁵
साम्यावस्था पर, इन क्षारकों को उनकी आयनन मात्रा के अनुसार घटते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उपर्युक्त क्षारकों में से सबसे प्रबल क्षारक कौन-सा है?
26. दुर्बल क्षारक का संयुग्मी अम्ल सदैव प्रबल होता है। निम्नलिखित संयुग्मी क्षारकों की क्षारक सामर्थ्य का घटता क्रम क्या होगा?
OH⁻,RO⁻, CH3COO⁻, Cl⁻
27. निम्नलिखित को pH के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिये –
KNO₃ (aq), CH₃COONa (aq), NH₄Cl (aq), C₆H₅COONH₄ (aq)
28. अभिक्रिया 2HI (g) H₂ (g) + I₂ (g) के लिए Kc का मान 1 × 10⁻⁴ है।
किसी नियत समय पर अभिक्रिया मिश्रण का संघटन इस प्रकार है-
[HI] = 2 × 10⁻⁵ mol; [H₂] = 1 × 10⁻⁵ mol और [I₂] = 1 × 10⁻⁵ mol
यह अभिक्रिया किस दिशा में अग्रसर होगी?
29. समीकरण pH = −log [H⁺], के अनुसार HCl के 10⁻⁸ mol dm⁻³ विलयन का pH मान 8 होना चाहिए, परन्तु यह मान 7.0 से कम पाया गया है। कारण बताइये।
30. प्रबल अम्ल के विलयन के pH का मान 5.0 है। यदि इसका 100 गुना तनुकरण कर दिया जाए तो प्राप्त विलयन का pH क्या होगा?
31. अत्यल्प विलेय लवण तब अवक्षेपित होता है जब विलयन में उसके आयनों की सांद्रता का गुणनपफल (Qsp) उसके विलेयता गुणनफल से अधिक होता है। यदि BaSO₄ की जल में विलेयता
8 × 10⁻⁴ mol dm⁻³ हो, तो 0.01mol dm⁻³ H₂SO₄ में इसकी विलेयता क्या होगी?
32. 0.08 mol dm⁻³ HOCl विलयन का pH 2.85 है। इसका आयनन स्थिरांक परिकलित कीजिये।
33. दो प्रबल अम्लों A और B के विलयनों, की pH क्रमशः 6 तथा 4 है, इनको समआयतन में मिश्रित करने पर प्राप्त विलयन का pH परिकलित कीजिए।
34. Al (OH)₃ का विलेयता गुणनफल 2.7 × 10⁻¹¹ है। इसकी विलेयता g L⁻¹ में परिकलित कीजिये और इस विलयन का pH भी ज्ञात कीजिये। (Al का परमाणु द्रव्यमान 27 u हैं। )
35. 0.1 g लेड (II) क्लोराइड को घोल कर संतृप्त विलयन प्राप्त करने के लिए जल की अपेक्षित मात्रा
परिकलित कीजिए। (PbCl₂ Ksp = 3.2 × 10⁻⁸, लेड का परमाणु द्रव्यमान = 207 u है। )
36. अमोनिया और बोराॅन ट्राइफ्रलुओराइड के मध्य अभिक्रिया निम्नलिखित है। इस अभिक्रिया में अम्ल और क्षार की पहचान करिए। यह किस सिद्धांत द्वारा स्पष्ट होता है। अभिक्रियकों में B और N की संकरण अवस्था क्या है?
: NH₃ + BF₃ → H₃N : BF₃
37. अभिक्रिया CaCO₃ (s) → CaO (s) + CO₂ (g) के लिए निम्नलिखित आंकड़े दिए गए हैं ;

38. निम्नलिखित साम्यों को संगत अवस्था के साथ सुमेलित कीजिए।
(i) द्रव्य वाष्प
(ii) ठोस द्रव्य
(iii) ठोस वाष्प
(iv) विलेय (ठोस) विलेय (विलयन)
(a) संतृप्त विलयन
(b) क्वथनांक
(c) ऊर्ध्वपातन बिंदु
(d) गलनांक
(e) असंतृप्त विलयन

40. अभिक्रिया की मानक मुक्त उर्जा को तदनुरूपी साम्य स्थिरांक के साथ सुमेलित कीजिए।
(i) ∆ Gθ > 0
(ii) ∆ Gθ < 0
(iii) ∆ Gθ = 0
(a) K > 1
(b) K = 1
(c) K = 0
(d) K < 1
41. निम्नलिखित स्पीशीज़ को संगत अम्ल के साथ सुमेलित कीजिए।

42. निम्नलिखित ग्राफीय विचरण को उसके विवरण के साथ सुमेलित कीजिए।



(a) समय के साथ उत्पाद सांद्रता में परिवर्तन
(b) साम्य पर अभिक्रिया
(c) समय के साथ अभिक्रियक सांद्रता में परिवर्तन
43. काॅलम – I को काॅलम – II से सुमेलित कीजिए।
काॅलम – I
(i) साम्य
(ii) स्वतः प्रवर्तित अभिक्रिया
(iii) स्वतः प्रवर्तित न होने वाली अभिक्रिया
काॅलम – II
(a) ∆G > 0, K < 1
(b) ∆G = 0
(c) ∆Gθ = 0
(d) ∆G < 0, K > 1
निम्नलिखित प्रश्नों में अभिकथन (A) और तर्क (R) के कथन दिए हैं। प्रत्येक प्रश्न के नीचे लिखे विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
44. अभिकथन (A) – हाइड्रोजन हैलाइडों की अम्लता का वृद्धि क्रम इस प्रकार है-
HF < HCl < HBr < HI
तर्क (R) – आवर्त सारणी के एक ही वर्ग के तत्वों द्वारा बनने वाले अम्लों की अम्लता की तुलना हेतु अम्ल की ध्रुवीय प्रकृति की तुलना में H–A आबंध सामर्थ्य अधिक महत्वपूर्ण होती है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
45. अभिकथन (A) – ऐसीटिक अम्ल और सोडियम ऐसीटेट के मिश्रण के विलयन में क्षार अथवा अम्ल की अल्पमात्रा मिलाने पर उसका pH मान अपरिवर्तित रहता है।
तर्क (R) – ऐसीटिक अम्ल और सोडियम ऐसीटेट के मिश्रण का विलयन 4.75 pH के आसपास बफर विलयन का कार्य करता है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
46. अभिकथन (A) – हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की उपस्थिति में हाइड्रोजन सल्फाइड का जल में अल्प आयनन होता है।
तर्क (R) – हाइड्रोजन सल्फाइड एक दुर्बल अम्ल है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
47. अभिकथन (A) – नियत ताप पर किसी रासायनिक अभिक्रिया के सम्पन्न होने के लिए साम्य स्थिरांक नियत होता है और यह उसका अभिलक्षणिक गुणधर्म है।
तर्क (R) – साम्य स्थिरांक ताप पर निर्भर नहीं करता।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
48. अभिकथन (A) – अमोनियम कार्बोनेट का जलीय विलयन क्षारकीय होता है।
तर्क (R) – दुर्बल अम्ल और दुर्बल क्षारक के लवण के विलयन की अम्लता/क्षारकीयता इसे
बनाने वाले अम्ल और क्षारक के क्रमशः Ka और Kb के मान पर निर्भर करती है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
49. अभिकथन (A) – अमोनियम ऐसीटेट का जलीय विलयन बफ़र के रूप में कार्य कर सकता है।
तर्क (R) – ऐसीटिक अम्ल एक दुर्बल अम्ल और NH₄OH एक दुर्बल क्षारक है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
50. अभिकथन (A) – स्थिर दाब और स्थिर ताप पर PCl₅ के वियोजन में साम्य पर हीलियम मिलाने से PCl₅ के वियोजन में वृद्धि हो जाती है।
तर्क (R) – हीलियम क्रिया-क्षेत्र से क्लोरीन को हटा देता है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या प्रस्तुत करता है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या प्रस्तुत नहीं करता है।
(iii) A सही है परन्तु R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
51. Kc और Qc के मान की तुलना करके आप अभिक्रिया की निम्नलिखित स्थितियों की प्रागुक्ति किस प्रकार कर सकते हैं?
(i) नेट अभिक्रिया अग्रसारित हो रही है।
(ii) नेट अभिक्रिया पश्चगामी है।
(iii) कोई नेट अभिक्रिया नहीं होती।
52. ले-शातैलिए नियम के आधार पर व्याख्या कीजिए कि निम्नलिखित अभिक्रिया में अमोनिया की लब्धि में वृद्धि करने के लिए ताप और दाब किस प्रकार समंजित किए जा सकते हैं।
N₂(g) + 3H₂(g) 2NH₃(g) ∆H = – 92.38 kJ mol⁻¹
स्थिर आयतन पर उपर्युक्त अभिक्रिया-मिश्रण में आर्गान मिलाने का क्या प्रभाव पड़ेगा?
53. सामान्य सूत्र

और ग्राम अणुक विलेयता S का कोई अत्यल्प विलेय लवण, अपने संतृप्त विलयन के साथ साम्य में है। ऐसे लवण की विलेयता और विलेयता गुणनफल के मध्य संबंध् व्युत्पन्न कीजिए।
54. ∆G और Q के मध्य संबंध लिखिए और प्रत्येक पद के अर्थ की व्याख्या कीजिए और निम्नलिखित के उत्तर दीजिए।
(क) जब Q < K होता है तो अभिक्रिया अग्रसरित क्यों होती है और जब Q < K होता है तो कोई नेट अभिक्रिया क्यों नहीं होती।
(ख) अभिक्रिया CO(g) + 3H₂(g) CH₄(g) + H₂O(g) के लिए अभिक्रिया लब्धि Q के पदों में दाब में वृद्धि के प्रभाव की व्याख्या कीजिए।
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – साम्यावस्था
यूनिट 7 – साम्यावस्था के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से प्राप्त करें
1. (iv)
2. (iv)
3. (iii)
4. (ii)
5. (ii)
6. (i)
7. (iii)
8. (iv)
9. (i)
10. (iii)
11. (iii)
12. (iv)
13. (i)
14. (iii)
15. (i) ∆Gθ = 0
औचित्य – ∆Gθ = – RT lnK
अभिक्रिया के अर्धपूर्ण होने पर, [A] = [B] इसलिए K = 1, अतः ∆Gθ = 0
16. (i)
औचित्य – ले शातैलिए नियम के अनुसार, स्थिर ताप पर साम्य संघटन बदल जाएगा परन्तु
K उतना ही रहेगा।
17. (ii)
18. (i)
19. (iv)
20. (i), (iii) , (iv)
औचित्य – (i) ताप में वृद्धि के साथ K में वृद्धि होती है।
(ii) Q > K, अतः अभिक्रिया पश्चगामी है।
(iii) ∆ n > 0, इसलिए ∆ S > 0
21. (i), (iv)
22. HCl
अम्ल
H₂O
क्षारक
Cl⁻
संयुग्मी क्षारक
H₃O⁺
संयुग्मी अम्ल
23. शर्करा (चीनी) जल में आयनित नहीं होती परन्तु NaCl जल में पूर्णतः आयनित होकर Na⁺
तथा Cl⁻ आयन देता है।
लवण की सांद्रता में वृद्धि होने पर अधिक आयनों के प्राप्त होने के कारन चालकत्व में वृद्धि होती है।
24. BF₃ लूइस अम्ल की भाँति क्रिया करता है क्योंकि यह इलेक्ट्राॅन न्यून यौगिक है और उपसहसंयोजी आबंध् बनता है जैसा नीचे दिया गया है।
H₃N : → BF₃
25. साम्य पर आयनन की मात्रा का क्रम है-
डाइमेथिल ऐमीन > अमोनिया > पिरिडीन > यूरिया
चूंकि डाइमेथिलऐमीन का आयनन अधिकतम होगा अतः इन चारों क्षारकों में यह प्रबलतम क्षारक है।
26. RO⁻> OH⁻> CH3COO⁻> Cl⁻
27. NH₄Cl < C₆H₅COONH₄ < KNO₃ < CH₃COONa
28. किसी नियत समय पर अभिक्रिया का अभिक्रिया-भागफल निम्नलिखित व्यंजक के द्वारा व्यक्त किया जाता है।

चूंकि अभिक्रिया-भागफल का मान Kc के मान अर्थात् 1× 10⁻⁴ से अधिक है अतः अभिक्रिया
विपरीत दिशा में अग्रसर होगी।
29. 10⁻⁴ mol dm⁻³ की सांद्रता दर्शाती है कि विलयन अत्यन्त तनु है। अतः जल से प्राप्त H₃O⁺ आयनों की सांद्रता का योगदान भी महत्वपूर्ण है और इसे pH के परिकलन में शामिल किया जाना चाहिए।
30. (i) pH = 5
[H⁺] = 10⁻⁵ mol L⁻¹
100 गुना तनुकरण करने पर,
[H⁺] = 10⁻⁷ mol L⁻¹
समीकरण pH = – log [H⁺] के अनुसार pH का परिकलन करने पर, pH का मान 7 प्राप्त होता है। यह संभव नहीं है। यह दर्शाता है की विलयन अत्यंत तनु है , अतः
हाइड्रोजन आयन की कुल सांद्रता = [H⁺]
= अम्ल से प्राप्त H₃O⁺ की आयन सांद्रता का योगदान + जल से प्राप्त H₃O⁺ की आयन सांद्रता का योगदान
= 10⁻⁷ + 10⁻⁷
pH = 2 × 10⁻⁷ = 7 – log 2 = 7 – 0.3010 = 6.6990
31.






38. (i) → (b)
(ii) → (d)
(iii) → (c)
(iv) → (a)
39. (i) → (d)
(ii) → (c)
(iii) → (b)
40. (i) → (d)
(ii) → (a)
(iii) → (b)
41. (i) → (b)
(ii) → (e)
(iii) → (c)
(iv) → (d)
42. (i) → (c)
(ii) → (a)
(iii) → (b)
43. (i) → (b), (c)
(ii) → (d)
(iii) → (a)
44. (i)
45. (i)
46. (ii)
47. (iii)
48. (i)
49. (iii)
50. (iv)
51. (i) Qc < Kc
(ii) Qc > Kc
(iii) Qc = Kc
यहाँ Qc सांद्रता के पदों में अभिक्रिया भागफल है और Kc साम्य स्थिरांक है।

54. ∆G = ∆Gθ+ RT lnQ
∆G = अभिक्रिया की प्रगति के साथ मुक्त ऊर्जा में परिवर्तन
∆Gθ = मानक मुक्त ऊर्जा परिवर्तन
Q = अभिक्रिया – भागफल
R = गैस स्थिरांक
T = परम ताप
चूँकि ∆Gθ = – RT lnK
∴ ∆G = – RT lnK + RT lnQ = RT ln Q / k
यदि Q < K हो तो ∆G ऋणात्मक होगा। अभिक्रिया अग्रगामी होगी।
यदि Q < K, ∆G=0 हो तो नेट अभिक्रिया नहीं होगी।
[संकेत – अब समानीत आयतन के दृष्टिगत (बढ़े हुए दाब) को CO, H₂, CH₄ तथा H₂O की
सांद्रता के साथ सम्बन्ध कीजिए। दर्शाइए कि Q < K अतः अभिक्रिया अग्रगामी होगी।]
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