रसायन विज्ञान विषय की अच्छी तैयारी के लिए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें यहाँ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे छात्र जो रसायन विज्ञान विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें अपनी तैयारी के लिए यहाँ कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर मिल जाएंगे। महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर की जानकारी किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक होती है। इस पेज में NCERT Book के यूनिट 12 – कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
श्रोत – राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद्
कक्षा: 11
विषय: रसायन विज्ञान
अध्याय: यूनिट 12 –कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के यूनिट 12 – कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहाँ प्राप्त करें
1. निम्नलिखित में से सही IUPAC नाम कौन-सा है?
(i) 3-एथिल-4, 4-डाइमेथिलहेप्टेन
(ii) 4, 4-डाइमेथिल-3-एथिलहेप्टेन
(iii) 5-एथिल-4, 4-डाइमेथिलहेप्टेन
(iv) 4, 4- बिस(मेथिल)-3-एथिलहेप्टेन
2.

3.

(i) 1- क्लोरो-2-नाइट्रो-4-मेथिलबेन्जीन
(ii) 1- क्लोरो-4-मेथिल-2-नाइट्रोबेन्जीन
(iii) 2- क्लोरो-2-नाइट्रो-4-मेथिलबेन्जीन
(iv) m-नाइट्रो-p-क्लोरोटॉलूइन
4. कार्बन परमाणुओं की विद्युत्-ऋणात्मकता उनकी संकरण अवस्था पर निर्भर करती है। नीचे दिए गए यौगिकों में से किस यौगिक में तारांकित कार्बन की विद्युत्-ऋणात्मकता सबसे अधिक है?

5. निम्नलिखित में से किसमें प्रकार्यात्मक (क्रियात्मक) समूह समावयवता संभव नहीं है?
(i) एलकोहॉल
(ii) एल्डिहाइड
(iii) एलिकल हैलाइड
(iv) सायनाइड
6. फूलों की गंध उनमें उपस्थित कुछ भाप-भाष्पशील कार्बनिक यौगिकों की उपस्थिति के कारण होती है जिन्हे सगंध तेल कहा जाता है। कक्ष ताप पर ये तेल प्रायः जल में अविलेय होते हैं परन्तु वाष्प अवस्था में ये जल की वाष्प में मिश्रित हो जाते हैं। फूलों से इन तेलों के निष्कर्षण हेतु अपनायी जाने वाली उपयुक्त विधि है –
(i) आसवन
(ii) क्रिस्टलीकरण
(iii) कम दाब पर आसवन
(iv) भाप आसवन
7. न्यायालय में किसी मुकदमे की सुनवाई के दौरान, न्यायधीश महोदय को शक हुआ कि अभिलेखों में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। न्यायधीश महोदय ने विभाग को दो अलग-अलग स्थानों पर प्रयुक्त स्याही की जाँच के लिए निर्देश दिए। आपके अनुसार किस तकनीक द्वारा सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं?
(i) स्तम्भ क्रोमेटोग्राफी
(ii) विलायक निष्कर्षण
(iii) आसवन
(iv) पतली परत क्रोमेटोग्राफी
8. पेपर क्रोमेटोग्राफी में प्रयुक्त सिद्धांत है –
(i) अधिशोषण
(ii) वितरण
(iii) विलेयता
(iv) वाष्पशीलता
9. निम्नलिखित धनायनों के स्थायित्व का घटता हुआ सही क्रम क्या है?

10.

11. निम्नलिखित यौगिकों में से किस यौगिक में तारांकित कार्बन पर अधिकतम धनात्मक आवेश अपेक्षित है?

12. आयनिक स्पीशीज़ आवेश के प्रकीर्णन से स्थायित्व प्राप्त करती हैं। नीचे दिए गए कार्बोक्सिलेट आयनों में से कौन-सा आयन सर्वाधिक स्थायी है?

13. इलेक्ट्राॅनरागी योगज अभिक्रियाएँ दो चरणों में सम्पन्न होती हैं। प्रथम चरण में एक इलेक्ट्राॅनरागी (इलेक्ट्राॅन स्नेही) का योग होता है। निम्नलिखित इलेक्ट्राॅनरागी योगज अभिक्रिया में, प्रथम चरण में बनने वाले मध्यवर्ती का नाम क्या है?

14. सहसंयोजक बंध का विखंडन दो प्रकार से हो सकता है। CH₃—Br के विषमांग विखंडन को दर्शाने का सही तरीका है-

15.

निम्नलिखित प्रश्नों में दो या इससे अधिक विकल्प सही हो सकते हैं।
16. निम्नलिखित यौगिकों में से किन यौगिकों में सभी कार्बन परमाणु एक ही संक्रमण अवस्था में हैं ?

17.

18. इलेक्ट्राॅनरागी, इलेक्ट्रान चाहने वाली स्पीशीज़ होती है। निम्नलिखित में से कौन से समूह में केवल इलेक्ट्राॅनरागी है ?

नोट – क्रमांक 19 और 20 के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए निम्नलिखित चार यौगिकों पर विचार कीजिए-

19. निम्नलिखित में से कौन-से युग्म स्थिति समावयव हैं?
(i) I और II
(ii) II और III
(iii) II और IV
(iv) III और IV
20. निम्नलिखित में से कौन-से युग्म क्रियात्मक (प्रकार्यात्मक) समूह समावयव नहीं हैं?
(i) II और III
(ii) II और IV
(iii) I और IV
(iv) I और II
21. नाभिकस्नेही (नाभिकरागी) वह स्पीशीज़ है, जिस पर होना चाहिए-
(i) इलेक्ट्रान युगल
(ii) धनावेश
(iii) ऋणावेश
(iv) इलेक्ट्रॉनों के अभाव वाली स्पीशीज़
नोट – क्रमांक 23 और 26 के प्रश्नों के उत्तर संरचना सूत्र I से VII के आधार पर दीजिये।

23. उपरोक्त में से कौन-से यौगिक मध्यावयवों (मेटामर) के युग्म हैं?
24. यौगिकों के ऐसे युग्मों की पहचान कीजिए जो प्रकार्यात्मक समूह समावयवी हों।
25. यौगिकों के ऐसे युग्मों की पहचान कीजिए जो स्थिति समावयवी हों।
26. यौगिकों के ऐसे युग्मों की पहचान कीजिए जो श्रंखला समावयवी हों।
27. कार्बनिक यौगिक में AgNO₃ विलयन से हैलोजनों के परीक्षण हेतु, लैसें निष्कर्ष को तनु HNO₃ मिलाकर उदासीन किया जाता है। यदि कोई विद्यार्थी HNO₃ के स्थान पर तनु H₂SO₄ का प्रयोग करें तो क्या होगा ?
28. H₂C = C = CH₂ में प्रत्येक कार्बन की संकरण अवस्था क्या है ?
29. कार्बनिक यौगिकों में कार्बन की विद्युत्-)णात्मकता कार्बन वेफ संकरण पर किस प्रकार से निर्भर करती है? समझाइए।
30. CH₃—CH₂—CH₂—CH₂—Mg—X संरचना में कार्बन-मैग्नीशियम बंध् का ध्रुवण दर्शाइए।
31. समान अणुसूत्र परन्तु विभिन्न संरचना सूत्र वाले यौगिकों को संरचना समावयव कहा जाता है। निम्नलिखित यौगिक किस प्रकार की संरचना समावयवता प्रदर्शित करते हैं?

32. दिए गए यौगिक का IUPAC से नामकरण करने के लिए निम्नलिखित में से शृंखला का कौन-सा चयन उचित है?

33. DNA एवं RNA में नाइट्रोजन परमाणु वलय में उपस्थित होता है। क्या कैल्डाल (Kjeldahl) विधि द्वारा DNA या RNA के नमूने में उपस्थित नाइट्रोजन तत्व का आकलन किया जा सकता है? कारण लिखिए।
34. यदि एक द्रव यौगिक अपने क्वथनांक पर विघटित हो जाता है तो आप इसके शोधन के लिए किस विधि का चयन करेंगे? यह ज्ञात है कि यौगिक निम्न दाब पर स्थायी है, यह भाप वाष्पित हो जाता है एवं जल में अविलेय है।
नोट – निम्नलिखित सूचना के आधार पर 35 से 38 तक प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
“कार्ब – धनायन का स्थायित्व धन आवेशित कार्बन परमाणु केसमीपवर्ती मूलकों के इलेक्ट्राॅन-विसर्जन प्रेरणिक प्रभाव, अतिसंयुग्मन एवं अनुनाद पर निर्भर करता है।”
35.

36. अनुनाद की अवधरणा के आधार पर बताइए कि निम्नलिखित में से कौन-सा संरचना सूत्र अधिक स्थायी होगा?


38. 2– मेथिलब्यूटेन से बन सकने वाले विभिन्न कार्बधनायनों की संरचनाएँ लिखिए और इनको बढ़ते स्थायित्व के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
39. अमन, रमेश और रजनी, शिक्षक द्वारा दिए गए किसी कार्बनिक यौगिक में अतिरिक्त तत्वों का विश्लेषण कर रहे थे। उन तीनों विद्यार्थियों ने कार्बनिक यौगिक को सोडियम धातु के साथ संगलित करके अलग-अलग लैसें निष्कर्ष बनाया। फिर उन्होंने अपने आप बनाए गए निष्कर्ष के एक भाग में ठोस FeSO₄ एवं तनु H₂SO₄ मिलाया। मनीष और रजनी को तो प्रशियन नीला रंग प्राप्त हुआ परन्तु रमेश को लाल रंग का विलय प्राप्त हुआ। रमेश ने उसी लैसें निष्कर्ष से परीक्षण दोबारा किया परन्तु दोबारा लाल रंग ही प्राप्त हुआ। उन्हें अपने अवलोकन पर बड़ी हैरानी हुई। वे तीनों अपने शिक्षक के पास गए और अपने अवलोकन उनके सामने रखे। शिक्षक ने तीनों को इसका कारण बतलाने के लिए कहा। क्या आप इस प्रेक्षण का कारण बता सकते हैं। अलग-अलग रंगों के यौगिकों के बनने को समझाने के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए।
40.

41. नीचे दिए गए यौगिकों के संरचना सूत्र लिखिए।
(क) 1 – ब्रोमोहेप्टेन (ख) 5- ब्रोमोहेप्टेनाईक अम्ल

44. प्रेरणिक प्रभाव और अनुनाद में कोई तीन अन्तर लिखिए।
45. निम्नलिखित यौगिकों में से कौन-से अनुनादी संकर के रूप में विद्यमान नहीं होंगे? अपने उत्तर का कारण दीजिए।

46. SO₃ एलेक्ट्रोनरागी के रूप में कार्य क्यों करता है ?
47. नीचे प्रोपीनल की अनुनादी संरचनाएँ लिखी हैं। इनमें से कौन-सी अनुनादी संरचना अधिक है स्थायी है? अपने उत्तर का कारण लिखिए।

48. गलती से एक एल्कोहाॅल (क्वथनांक 97°C) को 68°C क्वथनांक वाले हाइड्रोकार्बन के साथ मिला दिया गया। इन दोनों यौगिकों को पृथक करने हेतु उचित विधि सुझाइए और विधि के चयन का कारण बताइए।
49. निम्नलिखित में से कौन-सी संरचना अनुनाद द्वारा अधिक स्थायित्व प्राप्त करती है विवेचना कीजिए।

निम्नलिखित प्रश्नों में काॅलम-I और काॅलम-II के एक से अधिक मदों के मध्य सुमेलन संभव है। जितने संभव हो सकें उतने सुमेलन दीजिए।
50. काॅलम-I में दिए गए कार्बनिक यौगिकों के मिश्रण का सुमेलन काॅलम-II में दी गई उनको पृथक करने/शोधन करने की विधि से कीजिए।

51. काॅलम-I और काॅलम-II में दिए गए मदों का सुमेलन कीजिए।

52. काॅलम-I और काॅलम-II में दिए गए मदों का सुमेलन कीजिए।

53. काॅलम-I और काॅलम-II में दिए गए मदों का सुमेलन कीजिए।

54. काॅलम-I और काॅलम-II में दिए गए मदों का सुमेलन कीजिए।

निम्नलिखित प्रश्नों में अभिकथन (A) और तर्क (R) के कथन दिए हैं। प्रत्येक प्रश्न के नीचे लिखे विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
55. अभिकथन (A) – प्रोपेन-1-आॅल (क्वथनांक 97°C) और प्रोपेनाॅन (क्वथनांक 56°C) को साधारण आसवन विधि द्वारा पृथक किया जा सकता है।
तर्क (R) – ऐसे द्रव जिनके क्वथनांक में 20°C से अधिक का अन्तर हो, साधरण आसवन
विधि द्वारा पृथक किए जा सकते हैं।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
56. अभिकथन (A) – अनुनाद संकर की उर्जा इसके सभी अनुनादों की उर्जा की औसत होती है।
तर्क (R) – अनुनाद संकर को किसी एक संरचना द्वारा प्रस्तुत नहीं किया जा सकता।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
57. अभिकथन (A) – पेन्ट-1-ईन एवं पेन्ट-2-ईन स्थिति समावयव हैं।
तर्क (R) – स्थिति समावयवों में प्रकार्यात्मक समूह अथवा प्रतिस्थापी का स्थान भिन्न होता है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
58.

(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
59. अभिकथन (A) – किसी कार्बनिक यौगिक में उपस्थित सल्फर तत्व का कैरियस विधि द्वारा मात्रात्मक आकलन किया जा सकता है।
तर्क (R) – अणु में उपस्थित सल्फर को शेष तत्वों से आसानी से पृथक किया जा सकता है, जो हलके पीले रंग के ठोस के रूप में अवक्षेपित हो जाता है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
60. अभिकथन (A) – नीली और लाल स्याही के मिश्रण में से इनके अवयवों को कागज क्रोमेटोग्राफी द्वारा स्थिर और गतिशील प्रावस्थाओं में बाँटकर अलग-अलग किया जा सकता है।
तर्क (R) – स्याहियों के रंगीन अवयव विभिन्न दर से अभिगमन करते हैं, क्योंकि विभिन्न अवयवों के दोनों प्रावस्थाओं में बंटने में अन्तर के आधार पर पेपर पर उनके रुकने का चयन हो जाता है।
(i) A और R दोनों सही हैं एवं R, A की सही व्याख्या है।
(ii) A और R दोनों सही हैं परन्तु R, A के सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A और R दोनों सही नहीं है।
(iv) A सही नहीं है परन्तु R सही है।
61.

62. बेन्जोइक अम्ल एक कार्बनिक यौगिक है। इसके अशुद्ध नमूने को जल द्वारा क्रिस्टलन से शुद्ध किया जा सकता है। बेन्जोइक अम्ल और इसकी अशुद्धियों के अभिलक्षणों के कौन-से अन्तर इस शोधन प्रक्रया को उपयुक्त बनाते हैं?
63. दो द्रवों (A) और (B) को प्रभाजी आसवन विधि द्वारा पृथक किया जा सकता है। द्रव (A) का क्वथनांक द्रव (B) के क्वथनांक से कम है। आप आसुत में कौन-से द्रव के पहले आने की अपेक्षा करते हैं? समझाइए।
64.

65. बुदबुदे प्लेट प्रभाजक काॅलम का चित्र बनाइए। द्रवों के पृथकन के लिए प्रभाजक स्तंभ की आवश्यकता कब पड़ती है? प्रभाजक स्तंभ के प्रयोग द्वारा द्रवों के मिश्रण में से अवयवों को पृथक करने के सिद्धांत का वर्णन कीजिए। इस प्रक्रिया का उद्योगों में क्या अनुप्रयोग है?
66. एक उच्च क्वथनांक वाला द्रव साधारण आसवन से अपघटित हो जाता है परन्तु इसे भाप-आसवन द्वारा शुद्ध किया जा सकता है। विवेचना कीजिए कि यह कैसे संभव है?
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – कार्बनिक रसायन – आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें
यूनिट 12 – कार्बनिक रसायन – आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से प्राप्त करें
1. (i)
2. (iv)
3. (ii)
4. (iii)
5. (iii)
6. (iv)
7. (iv)
8. (ii)
9. (i)
10. (ii)
11. (i)
12. (iv)
13. (iii)
14. (ii)
15. (ii)
16. (i), (iv)
17. (i), (iii), (iv)
18. (ii), (iii)
19. (ii)
20. (i), (iii)
21. (i), (iii)
22. (i), (ii)



50. (i) → (e)
(ii) → (d)
(iii) → (a)
(iv) → (b)
(v) → (c)
51. (i) → (c)
(ii) → (f)
(iii) → (b)
(iv) → (a)
(v) → (d)
(vi) → (e)
52. (i) → (c)
(ii) → (e)
(iii) → (a)
(iv) → (b)
(v) → (d)
53. (i) → (a)
(ii) → (a)
(iii) → (b)
54. (i) → (a), (b), (d)
(ii) → (b)
(iii) → (b)
(iv) → (c), (d)
55.(i)
56. (iv)
57. (i)
58. (iv)
59. (iii)
60. (i)
61.

इस पेज पर दिए गए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – कार्बनिक रसायन -कुछ आधारभूत सिद्धांत तथा तकनीकें की सहायता से छात्रों की तैयारी अच्छे तरीके से हो सकती है। परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए और अपनी तैयारी सुदृढ़ तरीके से करने के लिए छात्र इस पेज पर दिए गए महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तरों को देख सकते हैं।
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