रसायन विज्ञान विषय की अच्छी तैयारी के लिए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – परमाणु की संरचना यहाँ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे छात्र जो रसायन विज्ञान विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें अपनी तैयारी के लिए यहाँ परमाणु की संरचना के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर मिल जाएंगे। महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर की जानकारी किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक होती है। इस पेज में NCERT Book के यूनिट 2 – परमाणु की संरचना के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
श्रोत – राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद्
कक्षा: 11
विषय: रसायन विज्ञान
अध्याय: यूनिट 2 –परमाणु की संरचना
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – परमाणु की संरचना
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के यूनिट 2 – परमाणु की संरचना के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहाँ प्राप्त करें।
1. रदरफोर्ड के α – कण प्रकीर्णन प्रयोग से निम्नलिखित में से कौन-सा निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका?
(i) परमाणु में अधिकांश स्थान रिक्त होता है।
(ii) परमाणु की त्रिज्या लगभग 10–10 m होती है जबकि नाभिक की त्रिज्या 10–15 m होती है।
(iii) इलेक्ट्राॅन स्थिर उर्जा के वृत्ताकार पथों जिन्हें कक्षा (orbits) कहा जाता है, में घूमते हैं।
(iv) इलेक्ट्राॅन और नाभिक आपस में स्थिरवैद्युत बलों के आकर्षण द्वारा बंधे रहते हैं।
2. निम्नलिखित में से कौन-सा विन्यास तलस्थ अवस्था में परमाणु के इलेक्ट्राॅनिक विन्यास को नहीं दर्शाता?
(i) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d8 4s2
(ii) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p 6 3d9 4s2
(iii) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d10 4s1
(iv) 1s2 2s2 2p63s2 3p6 3d5 4s1
3. 1s और 2s कक्षकों के लिए प्रायिकता घनत्व चित्र 2.1 में दिए गए है –

किसी क्षेत्र में बिंदुओं का घनत्व उस क्षेत्र में इलेक्ट्राॅन के पाए जाने के प्रायिकता घनत्व को दर्शाता है। उपर्युक्त चित्र के आधार पर निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा गलत है ?
(i) 1s और 2s कक्षक गोलीय आकृति के होते हैं।
(ii) नाभिक के समीप इलेक्ट्राॅन के पाए जाने की संभावना अधिकतम होती है।
(iii) किसी नियत दूरी पर इलेक्ट्राॅन के पाए जाने की संभावना सभी दिशाओं में समान होती है।
(iv) 2s कक्षक के लिए इलेक्ट्राॅन का प्रायिकता घनत्व, नाभिक से दूरी बढ़ने पर एकसमान रूप से
घटता है।
4. निम्नलिखित में कौन-सा कथन कैथोड किरणों का अभिलक्षण नहीं है?
(i) वे कैथोड से आरंभ होकर ऐनोड की ओर गमन करती हैं।
(ii) बाह्य विद्युत् अथवा चुंबकीय क्षेत्रों की अनुपस्थिति में ये सीधी रेखा में गमन करती।
(iii) कैथोड किरणों के अभिलक्षण, कैथोड किरण नलिका के इलेक्ट्रोडों के पदार्थ पर निर्भर नहीं करते।
(iv) कैथोड किरणों के अभिलक्षण कैथोड किरण नलिका में उपस्थित गैस की प्रकृति पर निर्भर करते हैं।
5. इलेक्ट्राॅन के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है?
(i) यह ऋणावेशित कण होता है।
(ii) इलेक्ट्राॅन का द्रव्यमान न्यूट्राॅन के द्रव्यमान के बराबर होता है।
(iii) यह सभी परमाणुओं का मूल अवयव होता है।
(iv) यह कैथोड किरणों का अवयव होता है।
6. परमाणु के थाॅमसन माॅडल द्वारा परमाणु के निम्नलिखित में से किस गुणध्र्म की सही व्याख्या की जा सकी ?
(i) परमाणु की समग्र उदासीनता
(ii) हाइड्रोजन परमाणु का स्पेक्ट्रम
(iii) परमाणु में इलेक्ट्रान, प्रोटोन व न्यूट्रॉन की स्थिति
(iv) परमाणु का स्थायित्व
7. दो परमाणु समभारिक कहलाते हैं यदि-
(i) उनके परमाणु क्रमांक समान हों परन्तु द्रव्यमान संख्या भिन्न हो।
(ii) उनमें इलेक्ट्राॅनों की संख्या समान हो परन्तु न्यूट्राॅनों की संख्या भिन्न हो।
(iii) उनमें न्यूट्राॅनों की संख्या समान हो परन्तु इलेक्ट्राॅनों की संख्या भिन्न हो।
(iv) प्रोटाॅनों व न्यूट्राॅनों की संख्या का योग समान हो परन्तु प्रोटाॅनों की संख्या भिन्न हो।
8. 3p कक्षक में कितने त्रिज्य नोड होंगे ?
(i) 3
(ii) 4
(iii) 6
(iv) 1
9. 4d कक्षक में कितने कोणीय नोड होंगे ?
(i) 4
(ii) 3
(iii) 2
(iv) 1
10. निम्नलिखित में से किसके आधर पर इलेक्ट्राॅन के निश्चित मार्ग या प्रक्षेपपथ के अस्तित्व की संभावना समाप्त हो जाती है?
(i) पाउली का अपवर्जन सिद्धांत
(ii) हाइशेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत
(iii) हुण्ड का अध्कितम बहुकता का नियम
(iv) आॅफबाउ सिद्धांत
11. तीसरी कक्षा से संबंधित कक्षकों की कुल संख्या कितनी होगी?
(i) 2
(ii) 4
(iii) 9
(iv) 3
12. कक्षक कोणीय संवेग किस पर निर्भर करता है?
(i) l
(ii) n व l
(iii) n व m
(iv) m व s
13. क्लोरीन के दो समस्थानिक होते हैं Cl-37 एवं Cl-35 परन्तु इसका परमाणु द्रव्यमान 35.5 होता है। यह दर्शाता है कि Cl-37 व Cl-35 का अनुपात लगभग ————– है।
(i) 1:2
(ii) 1:1
(iii) 1:3
(iv) 3:1
14. समान इलेक्ट्राॅनिक विन्यास वाले आयनों का युग्म कौन-सा है?
(i) Cr3+, Fe3+
(ii) Fe3+, Mn2+
(iii) Fe3+, Co3+
(iv) Sc3+, Cr3+
15. आॅक्सीजन परमाणु के इलेक्ट्राॅनों के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है?
(i) 2s कक्षक में उपस्थित इलेक्ट्राॅन के लिए प्रभावी नाभिकीय आवेश, 2p कक्षक में उपस्थित
इलेक्ट्राॅन के प्रभावी नाभिकीय आवेश के समान होता है।
(ii) 2s कक्षक में उपस्थित इलेक्ट्राॅन की ऊर्जा 2p कक्षक में उपस्थित इलेक्ट्राॅन की ऊर्जा के सामान होती है।
(iii) 1s कक्षक में उपस्थित इलेक्ट्राॅन पर प्रभावी नाभिकीय आवेश 2s कक्षक में उपस्थित
इलेक्ट्राॅन पर प्रभावी नाभिकीय आवेश के समान होता है।
(iv) 2s कक्षक में उपस्थित इलेक्ट्राॅन की प्रचक्रण क्वांटम संख्या ms होती है परन्तु उनका चिन्ह विपरीत होता है।
16. निम्नलिखित में से कौन-सी द्रव्य तरंगों की तरंगदैघ्र्य सबसे कम होती है जबकि वे समान गति से गमन कर रही हों?
(i) इलेक्ट्रान
(ii) α-कण (He2+)
(iii) न्यूट्रॉन
(iv) प्रोटॉन
17. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-से समस्थानिकों के नहीं हैं?

18. इलेक्ट्राॅनों के निम्नलिखित युग्मों में से समभ्रंश कक्षकों में उपस्थित इलेक्ट्राॅनों के युग्मों को पहचानिए-
(i) (क) n = 3, l = 2, ml = –2, ms= − 1/2
(ख) n = 3, l = 2, ml = –1, ms= − 1/2
(ii) (क) n = 3, l = 1, ml = 1, ms = +1/2
(ख) n = 3, l = 2, ml = 1, ms= +1/2
(iii) (क) n = 4, l = 1, ml = 1, ms = +1/2
(ख) n = 3, l = 2, ml = 1, ms = +1/2
(iv) (क) n = 3, l = 2, ml = +2, ms= − 1/2
(ख) n = 3, l = 2, ml = +2, ms= +1/2
19. निम्नलिखित क्वांटम संख्याओं के कौन-से समुच्य सही हैं?
n l ml
(i) 1 1 +2
(ii) 2 1 +1
(iii) 3 2 –2
(iv) 3 4 –2
20. निम्नलिखित युग्मों में से कौन-से युग्म, सम-इलेक्ट्राॅनिक आयनों के हैं?
(i) Na+, Mg2+
(ii) Al3+, O–
(iii) Na+, O2–
(iv) N3–, Cl–
21. क्वांटम संख्या के संबंध् में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(i) दिगंशीय क्वांटम संख्या कक्षक के त्रिविमीय आकार को निर्धारित करती है।
(ii) मुख्य क्वांटम संख्या कक्षक के अभिविन्यास एवं उर्जा को निर्धारित करती है।
(iii) चुंबकीय क्वांटम संख्या कक्षक के माप को निर्धारित करती है।
(iv) इलेक्ट्राॅन की प्रचक्रण क्वांटम संख्या चुने हुए अक्ष के सापेक्ष, प्रचक्रण के अभिविन्यास को
निर्धारित करती है।
22. किसी कोश के s, p और d उपकोशों को उनमें उपस्थित इलेक्ट्राॅनों पर बढ़ते हुए प्रभावी नाभिकीय आवेश (Zeff) के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
23. कक्षक आरेख की सहायता से आॅक्सीजन परमाणु में (परमाणु क्रमांक 8) इलेक्ट्राॅनों के वितरण को दर्शाइए।
24. निकैल का परमाणु दो इलेक्ट्राॅन त्यागकर Ni2+ आयन बना सकता है। निकैल का परमाणु क्रमांक 28 है। निकैल किस कक्षक से दो इलेक्ट्राॅनों को त्यागता है?
25. निम्नलिखित में से कौन-से कक्षक समभ्रंश हैं?
3d xy, 4d xy 3d z2, 3d yz, 4d yz,4dz2
26. 3p कक्षक में उपस्थित कोणीय नोड एवं त्रिज्य नोड की कुल संख्या परिकलित कीजिए।
27. उर्जा के आधार पर कक्षकों की व्यवस्था (n+l) के मान पर आधरित होती है। (n+l) का मान जितना कम होगा कक्षक की उर्जा भी उतनी ही कम होगी। यदि दो कक्षकों का (n+l) मान समान हो, तो n के कम मान वाले कक्षक की उर्जा कम होगी।
I. उपरोक्त जानकारी के आधार पर, निम्नलिखित कक्षकों को उर्जा के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित
कीजिए-
(a) 1s, 2s, 3s, 2p
(b) 4s, 3s, 3p, 4d
(c) 5p, 4d, 5d, 4f, 6s
(d) 5f, 6d, 7s, 7p
II. उपरोक्त जानकारी के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों को हल कीजिए।
(a) निम्नलिखित में से कौन-से कक्षक की उर्जा सबसे कम है?
4d, 4f, 5s, 5p
(b) निम्नलिखित में से कौन-से कक्षक की उर्जा सर्वाधिक है?
5p, 5d, 5f, 6s, 6p
28. विद्युत् क्षेत्र में से प्रवाहित होने पर निम्नलिखित में से कौन मार्ग से विचलन नहीं दर्शाता?
प्रोटाॅन, कैथोड-किरणें, इलेक्ट्राॅन, न्यूट्राॅन
29. 13 परमाणु द्रव्यमान संख्या वाले एक परमाणु में 7 न्यूट्राॅन हैं। इस परमाणु का परमाणु क्रमांक क्या है?
30. नीचे विभिन्न विकिरणों वेफ तरंगदैघ्र्य दिए गए हैं। इन विकिरणों को इनकी उर्जा के बढ़ते क्रम में
व्यवस्थित कीजिए।
λ(A) 300 nm λ(B) 300 µm λ(C) = 3 nm λ(D) = 30 A°
31.Cu का संयोजी इलेक्ट्राॅनिक विन्यास 3d9 4s2 न होकर 3d104s1 है। कौन-से सिद्धांत के आधार पर इस विन्यास की व्याख्या की जा सकती है?
32. हाइड्रोजन के स्पेक्ट्रम की बामर श्रेणी n1 = 2 व n2 = 3,4 के तद्नरूपी है। यह श्रेणी
स्पेक्ट्रम के दृश्य क्षेत्र में होती है। बामर श्रेणी में इलेक्ट्राॅन के n = 4 कक्षा में संक्रमण से सम्बंधित रेखा की तरंग संख्या परिकलित कीजिए। (RH = 109677 cm–1)
33. दे ब्राॅग्ली के अनुसार पदार्थ की द्वैत प्रकृति होनी चाहिए अर्थात् कणीय एवं तरंगीय प्रकृति दोनों। यद्यपि जब एक 100 g द्रव्यमान की क्रिकेट गेंद को गेंदबाज 100km/h की गति से फेंकता है तो वह तरंग की भाँति गति नहीं करती। गेंद का तरंगदैघ्र्य परिकलित कीजिए एवं स्पष्ट कीजिए कि यह तरंगीय प्रकृति क्यों नहीं दर्शाती?
34. परमाणु में इलेक्ट्राॅनों की उर्जा क्वांटीकृत होने के विचार के समर्थन में प्रायोगिक प्रमाण क्या है?
35. स्पष्ट कीजिए कि समान तरंगदैघ्र्य की द्रव्य तरंग उत्पन्न करने हेतु इलेक्ट्राॅन और प्रोटाॅन में से कौन-से कण की गति अधिक होगी?
36. चित्र 2.2 में एक परिकल्पित वैद्युत्चुंबकीय तरंग दर्शाई गई है। विकिरण का तरंगदैघ्र्य ज्ञात कीजिए।

37. पादप की हरी पत्तियों में उपस्थित क्लोरोपिफल 4.620 × 1014 Hz पर प्रकाश का अवशोषण करता है। विकिरण के तरंगदैघ्र्य की गणना नैनोमीटर में कीजिए। यह वैद्युतचुंबकीय स्पेक्ट्रम के किस भाग से संबंधित है?
38. कक्ष और कक्षक पदों में क्या विभिन्नता है?
39. टेबिल टेनिस की गेंद का द्रव्यमान 10 g है एवं चाल 90 m/s है। यदि चाल 4% की यथार्थता से मापी जा सकती हो तो इसकी गति और स्थिति में क्या अनिश्चितता होगी?
40. अनिश्चितता सिद्धांत का महत्व केवल सूक्ष्म कणों की गति के लिए है एवं स्थूल कणों के लिए नगण्य है। इस कथन का औचित्य एक उचित उदाहरण द्वारा समझाइए।
41. हाइड्रोजन परमाणु में केवल एक इलेक्ट्राॅन होता है, इसलिए इलेक्ट्राॅनों के मध्य परस्पर प्रतिकर्षण अनुपस्थित होता है। यद्यपि बहु इलेक्ट्राॅन वाले परमाणुओं में इलेक्ट्राॅनों के मध्य परस्पर प्रतिकर्षण महत्वपूर्ण होता है। बहुइलेक्ट्राॅन वाले परमाणुओं में यह समान मुख्य क्वांटम संख्या वाले कक्षकों की उर्जा को किस प्रकार प्रभावित करता है?
42. निम्नलिखित स्पीशीज एवं उनकी तलस्थ अवस्था के इलेक्ट्राॅनिक विन्यास का मेल कीजिए।
परमाणु / आयन इलेक्ट्राॅनिक विन्यास
(i) Cu (a) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d10
(ii) Cu2+ (b) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d10 4s2
(iii) Zn2+ (c) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d10 4s1
(iv) Cr3+ (e) 1s2 2s2 2p6 3s2 3p6 3d3
43. क्वांटम संख्या एवं उनसे प्राप्त जानकारी का मेल कीजिए।
क्वांटम संख्या
(i) मुख्य क्वांटम संख्या
(ii) द्विगंशीय क्वांटम संख्या
(iii) चुंबकीय क्वांटम संख्या
(iv) प्रचक्रण क्वांटम संख्या
प्राप्त जानकारी
(a) कक्षक का अभिविन्यास
(b) कक्षक की ऊर्जा एवं माप
(c) इलेक्ट्रान का प्रचक्रण
(d) कक्षक का आकार
44. निम्नलिखित नियमों को उनके कथन से सुमेलित कीजिए।
नियम
(i) हुण्ड का नियम
(ii) ऑफबाऊ सिद्धांत
(iii) पाउली का अपवर्जन सिद्धांत
(iv) हाइज़ेनबर्ग का अनिश्चितता सिद्धांत
कथन
(a) किसी परमाणु के दो इलेक्ट्राॅनों की चारों क्वांटम संख्याओं का मान समान नहीं हो सकता।
(b) अध – भरित एवं पूर्ण-भरित कक्षकों का स्थायित्व अधिक होता है।
(c) एक ही उपकोश के कक्षकों में इलेक्ट्राॅन तब तक युग्मित नहीं होते जब तक कि प्रत्येक कक्षक
एकधा अध्यासित (प्रत्येक कक्षक में एक इलेक्ट्राॅन) न हो जाए।
(d) परमाणु की तलस्थ अवस्था में, कक्षक उनकी बढ़ती हुई उर्जा के क्रम में भरे जाते हैं।
45. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए।
(i) एक्स – किरणें
(ii) UV
(iii) दीर्घ रेडियो तरंगे
(iv) सूक्ष्म तरंग
(a) ν = 10 0 – 10 4 Hz
(b) ν = 10 10 Hz
(c) ν = 16 10 Hz
(d) ν = 18 10 Hz
46. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए।
(i) फोटोन
(ii) इलेक्ट्रान
(iii) 2 ψ
(iv) मुख्य क्वांटम संख्या n
(a) N कक्षा के लिए मान 4 है
(b) प्रायिकता घनत्व
(c) सदैव धनात्मक मान
(d) संवेग एवं तरंगदैर्घ्य दोनों दर्शाता है
47. काॅलम – I में दी गई स्पीशीज़ (species) को काॅलम-II में दिए गए इलेक्ट्राॅनिक विन्यास से सुमेलित कीजिए।
कॉलम – I
(i) Cr
(ii) Fe2+
(iii) Ni2+
(iv) Cu
कॉलम – II
(a) [Ar]3d84s0
(b) [Ar]3d104s1
(c) [Ar]3d64s0
(d) [Ar]3d54s1
(e) [Ar]3d64s2
निम्नलिखित प्रश्नों में अभिकथन (A) के पश्चात तर्क (R) का कथन दिया है। प्रत्येक प्रश्न के नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
48. अभिकथन (A) – किसी तत्व के सभी समस्थानिक एक समान रासायनिक व्यवहार दर्शाते हैं।
तर्क (R) – परमाणु के रासायनिक गुणध्र्म परमाणु में उपस्थित इलेक्ट्राॅनों की संख्या द्वारा निर्धारित होते हैं।
(i) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या है।
(ii) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A सत्य है पर R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
49. अभिकथन (A) – कृष्णिका एक आदर्श पिंड है जो सभी आवृत्ति के विकिरणों को उत्सर्जित एवं
अवशोषित करती है।
तर्क (R) – ताप में वृद्धि होने पर पिंड द्वारा उत्सर्जित विकिरण की आवृत्ति निम्न आवृत्ति से उच्च आवृत्ति की ओर जाती है।
(i) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या है।
(ii) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A सत्य है पर R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
50. अभिकथन (A) – किसी इलेक्ट्राॅन की सही स्थिति एवं सही संवेग का एक साथ निर्धारण असंभव है।
तर्क (R) – परमाणु में इलेक्ट्राॅन का पथ स्पष्टतः परिभाषित होता है।
(i) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या है।
(ii) A व R दोनों सही है एवं R, A का सही व्याख्या नहीं है।
(iii) A सत्य है पर R गलत है।
(iv) A और R दोनों गलत है।
51. प्रकाशविद्युत् प्रभाव क्या है? प्रकाशविद्युत् प्रभाव के प्रयोग का वह परिणाम बताइए जो कि चिरसम्मत भौतिकी के नियमों के आधार पर नहीं समझाया जा सकता। इस प्रभाव को विद्युत्चुंबकीय विकिरणों के क्वांटम सिद्धांत के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
52. धातु से इलेक्ट्राॅन बाहर निकालने के लिए फोटाॅन की अपेक्षित निम्नतम आवृत्ति, देहली आवृत्ति V0 कहलाती है। यह विभिन्न धातुओं के लिए भिन्न-भिन्न होती है। 1.0×1015 s–1 आवृत्ति के एक फोटाॅन के धातु की सतह पर टकराने से 1.988 × 10–19 J गतिज उर्जा का इलेक्ट्राॅन उत्सर्जित हुआ। इस धातु की देहली आवृत्ति परिकलित कीजिए। प्रदर्शित कीजिए कि 600 nm आवृत्ति के फोटाॅन के धातु की सतह पर टकराने से इलेक्ट्राॅन उत्सर्जित नहीं होगा।
53. हाइड्रोजन गैस में से विद्युत् प्रवाहित करने पर हाइड्रोजन का अणु वियोजित होकर हाइड्रोजन के उत्तेजित अवस्था वाले परमाणु देता है। ये उत्तेजित परमाणु विविक्त आवृत्ति के विद्युत्चुंबकीय विकिरण उत्सर्जित करते हैं जिसे निम्नलिखित सामान्य सूत्र द्वारा प्रदर्शित किया जा सकता है-

54. हाइड्रोजन परमाणु के एक इलेक्ट्राॅन के n = 3 से n = 2 में पहुँचने पर उत्सर्जित विकिरण की उफर्जा एवं आवृत्ति का परिकलन कीजिए।
55. बोर के परमाणु माॅडल में परिवर्तन की आवश्यकता क्यों हुई? किन/किस आवश्यक विकास के कारण इलेक्ट्राॅन के कक्षों में घूमने के स्थान पर कक्षकों में पाए जाने की प्रायिकता की अवधारणा को लाया गया? परमाणु के परिवर्तित माॅडल को क्या नाम दिया गया?
कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – परमाणु की संरचना
यूनिट 2 – परमाणु की संरचना के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से प्राप्त करें
1. (iii)
2. (ii)
3. (iv)
4. (iv)
5. (ii)
6. (i)
7.(iv)
8. (iv)
9. (iii)
10.(ii)
11. (iii)
12. (i)
13. (iii)
14. (ii)
15. (iv)
16. (ii)
17. (iii), (iv)
18. (i), (iv)
19. (ii), (iii)
20. (i), (iii)
21. (i), (iv)
22. d < p < s
23.

24. 4s
25. 3dxy, 3d z2 , 3dyz और 4dxy 4dyz, 4d z 2
26. 3p कक्षक के लिए n = 3, l = 1
कोणीय नोडों की संख्या = l = 1
त्रिज्य नोड की संख्या = n – l – 1 = 3–1–1=1
27. I. (a) Is < 2s < 2p < 3s
(b) 3s < 3p < 4s < 4d
(c) 4d < 5p < 6s < 4f < 5d
(d) 7s < 5f < 6d < 7p
II. (a) 5s
(b) 5f
28. न्यूट्रॉन
29. A = 13, A – Z = 7 ∴ Z = 6
परमाणु क्रमांक = 6
30. B < A < C = D

31. भरित एवं अर्धभरित कक्षकों का स्थायित्व अधिक होता है। 3d104s1 में d कक्षक पूर्णतः भरा हुआ है एवं s कक्षक अर्धभरित है, इसलिए यह अधिक स्थायी विन्यास है।
32.

33.


= 6.626 x 10 -36 m-1 = 238.5 × 10–36 m-1
तरंगदैघ्र्य बहुत कम है अतः तरंग-प्रकृति पता नहीं लगाई जा सकती।
35. हलके कण होने के कारण इलेक्ट्राॅन की गति अधिक होगी।
संकेत = λ = h / mv
36. एक तरंग के दो क्रमिक उच्चिष्ठ अथवा दो क्रमिक निम्निष्ठ के मध्य की दूरी तरंगदैघ्र्य होती है। इसलिए λ = 4 × 2.16 pm = 8.64 pm
37. λ = c / v
= 3.0 x 10 8 ms -1 / 4.620 x 10 14 Hz = 0.6494 10 -6 m = 649.4 nm; दृश्यप्रकाश
39. गेंद की गति में अनिश्चितता = 90 x 4 / 100 = 360 / 100 = 3.6 ms-1

41. इलेक्ट्राॅन की उर्जा हाइड्रोजन परमाणु में n के मान द्वारा एवं बहुइलेक्ट्राॅन परमाणु में n+l द्वारा निर्धारित होती है। इसलिए किसी नियत मुख्य क्वांटम संख्या के लिए s, p, d व f में उर्जा भिन्न होती है।
42.
(i) → (c)
(ii) → (d)
(iii) → (a)
(iv) → (e)
43.
(i) → (b)
(ii) → (d)
(iii) → (a)
(iv) → (c)
44.
(i) → (c)
(ii) → (e)
(iii) → (a)
(iv) → (d)
45.
(i) → (d)
(ii) → (c)
(iii) → (a)
(iv) → (b)
46.
(i) → (d)
(ii) → (d)
(iii) → (b), (c)
(iv) → (a), (c)
47.
(i) → (d)
(ii) → (c)
(iii) → (a)
(iv) → (b)
48. (i)
49. (ii)
50. (iii)
52.

54. ∆E = –3.052 × 10–19 J , ν = 4.606 × 1016 Hz
इस पेज पर दिए गए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – इस पेज पर दिए गए कक्षा 11 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – परमाणु की संरचना की सहायता से छात्रों की तैयारी अच्छे तरीके से हो सकती है। परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए और अपनी तैयारी सुदृढ़ तरीके से करने के लिए छात्र इस पेज पर दिए गए महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तरों को देख सकते हैं।
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