रसायन विज्ञान विषय की अच्छी तैयारी के लिए कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – उपसहसंयोजन यौगिक यहाँ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे छात्र जो रसायन विज्ञान विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें अपनी तैयारी के लिए यहाँ उपसहसंयोजन यौगिक के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर मिल जाएंगे। महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर की जानकारी किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक होती है। इस पेज में NCERT Book के यूनिट 9 – उपसहसंयोजन यौगिक के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
श्रोत: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद्
कक्षा: 12
विषय: रसायन विज्ञान
अध्याय: यूनिट 9 – उपसहसंयोजन यौगिक
कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – उपसहसंयोजन यौगिक
कक्षा 12 रसायन विज्ञान विषय के यूनिट 9 – उपसहसंयोजन यौगिक के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहाँ प्राप्त करें।
I. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररुप-I)
1 Cu²⁺ द्वारा बनाए जाने वाले निम्नलिखित संकुलों में से कौन-सा सर्वाधिक स्थायी है।
(i) Cu²⁺ + 4NH₃ ≒ [Cu(NH₃)₄]²⁺ , logK = 11.6
(ii) Cu²⁺ + 4CN⁻ ≒ [Cu(CN)₄]²⁻ , logK = 27.3
(iii) Cu²⁺ + 2en ≒ [Cu(en)₂]²⁺ , logK = 15.4
(iv) Cu²⁺ + 4H₂O ≒ [Cu(H₂O)₄]²⁺ , logK = 8.9
2. उपसहसंयोजन यौगिकों का रंग क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन पर निर्भर करता है। संकुलों [Co(NH₃) ₆]³⁺, [Co(CN)₆]³⁻ तथा [Co(H₂O)₆]³⁺ का दृश्य क्षेत्र में तरंगदैर्घ्य के अवशोषण का सही क्रम क्या होगा।
(i) [Co(CN)₆]³⁻ > [Co(NH₃) ₆]³⁺ > [Co(H₂O)₆]³⁺
(ii) [Co(NH₃) ₆]³⁺ > [Co(H₂O)₆]³⁺ > [Co(CN)₆]³⁻
(iii) [Co(H₂O)₆]³⁺ > [Co(NH₃) ₆]³⁺ > [Co(CN)₆]³⁻
(iv) [Co(CN)₆]³⁻ > [Co(NH₃) ₆]³⁺ > [Co(H₂O)₆]³⁺
3. 0.1 mol CoCl₃ (NH₃) की AgNO₃ के आधिक्य से अभिक्रिया कराने पर AgCl के 0.2 mol प्राप्त होते हैं। विलयन की चालकता ____________ के समक्ष होगी।
(i) 1ः3 वैद्युत अपघट्य
(ii) 1ः2 वैद्युत अपघट्य
(iii) 1ः1 वैद्युत अपघट्य
(iv) 3ः1 वैद्युत अपघट्य
4. 1 mol CrCl₃6H₂O की AgNO₃ के आधिक्य से अभिक्रिया कराने पर AgCl के 3 mol प्राप्त हुए। संकुल का सूत्र है ____________।
(i) [CrCl₃ (H₂O)₃]⋅3H₂O
(ii) [CrCl₂ (H₂O)₄]Cl⋅2H₂O
(iii) [CrCl(H₂O)₅]Cl₂H₂O
(iv) [Cr(H₂O)₆]Cl₃
5. [Pt(NH₃)₂Cl₂] का सही IUPAC नाम है ____________।
(i) डाइऐम्मीनडाइक्लोरिडोप्लैटिनम (II)
(ii) डाइऐम्मीनडाइक्लोरिडोप्लैटिनम (iv)
(iii) डाइऐम्मीनडाइक्लोरिडोप्लैटिनम (0)
(iv) डाइक्लोरिडोडाइएम्मीनप्लैटिनम (iv)
6. कीलेशन द्वारा उपसहसंयोजन यौगिकों का स्थायित्व कीलेट प्रभाव कहलाता है। निम्नलिखित में से कौन-सी संकुल स्पीशीज सर्वाधिक स्थायी है।
(i) [Fe(CO)₅]
(ii) [Fe(CO)₆]³⁻
(iii) [Fe(C₂O₄)₃]³⁻
(iv) [Fe (H₂O)₆]³⁺
7. वह संकुल आयन इंगित कीजिए जो ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित करता है।
(i) [Cr(H₂O)₄Cl₂]⁺
(ii) [Pt(NH₃)₃Cl]
(iii) [Co(NH₃)₆]³⁺
(iv) [Co(CN)₅(NC)]³⁻
8. अष्टफलकीय [CoCl₆]⁴⁻ के लिए CFSE 18,000 cm⁻¹ है, तो चतुष्फलकीय [CoCl₄]²⁻ की CFSE होगी ____________।
(i) 18,000 cm⁻¹
(ii) 16,000 cm⁻¹
(iii) 8,000 cm⁻¹
(iv) 2,0000 cm⁻¹
9. उभयदंती लिगंड के कारम उपसहसंयोजन यौगिक समावयवता दर्शाते हैं। पैलेडियम के [Pd(C₆H₅)₂(SCN)₂] और [Pd(C₆H₅)₂(NCS)₂] संकुल हैं ____________।
(i) बंधनी समावयव
(ii) उपसहसंयोजन समावयव
(iii) आयनन समावयव
(iv) ज्यामितीय समावयव
10. यौगिक [Co(SO₄) (NH₃)₅]Br और [Co(SO₄) (NH₃)₅]Cl ____________ प्रदर्शित करते हैं।
(i) बंधनी समावयवता
(ii) आयनन समावयवता
(iii) उपसहसंयोजन समावयवता
(iv) कोई समावयवता नहीं
11. कीलेटी कर्मक में एक धातु आयन से आबंधन के लिए दो अथवा दो से अधिक दाता परमाणु होते हैं। निम्नलिखित में से कौन-सा कीलेटी कर्मक नहीं है।
(i) थायोसल्फेटी
(ii) ऑक्सैलेटी
(iii) ग्लाइसिनेटो
(iv) एथेन-1.2-डाइऐमीन
12. निम्नलिखित में से कौन-सी स्पीशीज का लिंगड होना अपेक्षित नहीं है।
(i) NO
(ii) NH⁺₄
(iii) NH₂CH₂CH₂NH₂
(iv) CO
13. [Cr(H₂O)₆]Cl₃ (बैंगनी) और [Cr(H₂O)₅Cl]Cl₂H₂O (सलेटी-हरा) के बीच कौन-से प्रकार की समावयवता पाई जाती है।
(i) बंधनी समावयवता
(ii) विलायकयोजन समावयवता
(iii) आयनन समावयवता
(iv) उपसहसंयोजन समावयवत
14. [Pt (NH₃)₂ Cl(NO₂)] का IUPAC नाम ____________ है।
(i) प्लैटिम डाइऐम्मीनक्लोरोनाइट्राइट
(ii) क्लोरोनाइट्राइटो-N-ऐम्मीनप्लैटिनम (II)
(iii) डाइऐम्मीनक्लोरिडोनाइट्राइटो-N-प्लैटिनम (II)
(iv) डाइऐम्मीनक्लोरोनाइट्राइट -N-प्लैटिनम (II)
II. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररूप-II)
नोट – निम्नलिखित प्रश्नों में दो या इससे अधिक विकल्प सही हो सकते हैं।
15. Mn, Fe और Co की परमाणु संख्या क्रमशः 25, 26 और 27 है। निम्नलिखित में से कौन-से आन्तरिक कक्षक अष्टफलकीय संकुल प्रतिचुंबकीय है।
(i) [Co(NH₃)₆]³⁺
(ii) [Mn(CN)₆]³⁻
(iii) [Fe(CN)₆]⁴⁻
(iv) [Fe(CN)₆]³⁻
16. Mn, Fe, Co और Ni की परमाणु संख्या क्रमशः 25, 26, 27 और 28 है। निम्नलिखित में से किन वाह्य कक्षक अष्टफलकीय संकुलों में अयुगलित इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान है।
(i) [MnCl₆]³⁻
(ii) [FeF₆]³⁻
(iii) [CoF₆]³⁻
(iv) [Ni(NH₃)₆]²⁺
17. [Fe(CN)₆]³⁻ संकुल के विषय में कौन-से विकल्प सही है।
(i) d²sp³ संकरण
(ii) sp³d² संकरण
(iii) अनुचुंबकीय
(iv) प्रतिचुंबकीय
18. कोबाल्ट (II) क्लोराइड के गुलाबी रंग के जलीय विलयन में आधिक्य में HCl मिलाने से यह गहरे नीले रंग का हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ____________ ।
(i) [Co(H₂O)₆]²⁺ का [CoCl₆]⁴⁻ में परिवर्तन होता है।
(ii) [Co(H₂O)₆]²⁺ का [CoCl₄]²⁻ में परिवर्तन होता है।
(iii) चतुष्फलकीय संकुलों का क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन अष्टफलकीय संकुलों की तुलना में कम होता है।
(iv) चतुष्फलकीय संकुलों का क्रिस्टल क्षेत्र विमाटन अष्टफलकीय संकुलों की तुलना में अधिक होता है।
19. निम्नलिखित में से कौन-से संकुल होमोलेप्टिक हैं।
(i) [Co(NH₃)₆]³⁺
(ii) [Co(NH₃)₄ Cl₂]⁺
(iii) [Ni(CN)₄]²⁻
(iv) [Ni(NH₃)₄ Cl₂]
20. निम्नलिखित में से कौन-से संकुल हेट्रोलेप्टिक हैं।
(i) [Cr(NH₃)₆]³⁺
(ii) [Fe(NH₃)₄ Cl₂]⁺
(iii) [Mn(CN)₆]⁴⁻
(iv) [Co(NH₃)₄ Cl₂]
21. निम्नलिखित में से ध्रुवण घूर्णक यौगिकों को पहचानिए।
(i) [Co(en)₃]³⁺
(ii) विपक्ष – [Co(en)₂Cl₂]⁺
(iii) समपक्ष – [Co(en)₂Cl₂]⁺
(iv) [Cr (NH₃)₅Cl]
22. एथेन-1, 2-डाइऐमीन के लिगंड की तरह व्यवहार के संबंध में सही कथन हैं-
(i) यह उदासीन लिगंड है।
(ii) यह द्विदंतुर लिगंड है।
(iii) यह कीलेटी लिगंड है।
(iv) यह एकदंतुर लिगंड है।
23. निम्नलिखित में से कौन-से संकुल बंधनी समावयवता प्रदर्शित करते हैं।
(i) [Co(NH₃)₅ (NO₂)]²⁺
(ii) [Co(H₂O)₅CO]³⁺
(iii) [Cr(NH₃)₅ SCN]²⁺
(iv) [Fe(en)₂ Cl₂]²⁺
III. लघु उत्तर प्रश्न
24. निम्नलिखित संकुलों को उनके विलयनों की बढ़ती हुई चालकता के क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
[Co(NH₃)₃Cl₃], [Co(NH₃)₄ Cl₂] Cl, [Co(NH₃)₆]Cl₃, [Cr(NH₃)₅Cl]Cl₂
25. एक उपसहसंयोजन यौगिक, CrCl₃⋅4H₂O, सिल्वर नाइट्रेट से अभिक्रिया करके सिल्वर क्लोराइड अवक्षेपित करता है। इसके विलयन की मोलर चालकता दो आयनों के अनुरूप है। यौगिक का संरचना सूत्र और नाम लिखिए।
26. एक [M(AA)₂X₂]ⁿ⁺ प्रकार का संकुल ध्रुवण पूर्णक है। यह संकुल की संरचना के विषय में क्या इंगित करता है। ऐसे संकुल का एक उदाहरण दीजिए।
27. [MnCl₄]²⁻ का चुंबकीय आघूर्ण 5.92 BM है। इसे कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
28. क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन के आधार पर स्पष्ट कीजिए कि Co (III) दुर्बल क्षेत्र लिगंड के साथ अनुचुंबकीय अष्टफलकीय संकुल क्यों बनाता है जबकि प्रबल क्षेत्र लिगंड के साथ यह प्रतिचुंबकीय अष्टफलकीय संकुल बनाता है।
29. निम्न प्रचक्रण चतुष्फलकीय संकुल क्यों नहीं बनते।
30. क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन सिद्धांत के आधार पर निम्नलिखित संकुलों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए- [CoF₆]³⁻, [Fe(CN)₆]⁴⁻ और [Cu(NH₃)₆]²⁺
31. [Fe(H₂O)₆]³⁺ का चुंबकीय आघूर्ण 5.92 BM होता है जबकि [Fe(CN)₆]³⁻ का चुंबकीय आघूर्ण केवल 1.74 BM होता है। स्पष्ट कीजिए।
32. निम्नलिखित संकुल आयनों को क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन ऊर्जा (∆0) के बढ़ते हुए क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
[Cr(Cl)₆]³⁻ , [Cr(CN)₆]³⁻ , [Cr(NH₃)₆]³⁺
33. समान ज्यामिती वाले यौगिकों का चुंबकीय आघूर्ण भिन्न क्यों होता है।
34. CuSO₄.5H₂O का रंग नीला होता है जबकि CuSO₄ रंगहीन होता है क्यों।
35. जब उभयदंती लिगंड केंद्रीय धातु आयन से जुड़े होते हैं तो कौन-सी समावयवता संभव है। उभयदंती लिगंडो के दो उदाहरण दीजिए।
IV. सुमेलन प्ररूप प्रश्न
नोट – निम्नलिखित प्रश्नों में कॉलम I और कॉलम II के मदों को सुमेलित कीजिए।
36. कॉलम I में दिए गए संकुल आयनों और कॉलम II में दिए रंगों को सुमेलित कीजिए और सही कोड-प्रदान कीजिए।
कॉलम I (संकुल आयन)
(A) [Co(NH₃)₆]³⁺
(B) [Ti(H₂O)₆]³⁺
(C) [Ni(H₂O)₆]²⁺
(D) (Ni(H₂O)₄ (en)₃]²⁺(aq)
कॉलम II (रंग)
(1) बैंगनी
(2) हरा
(3) पीत-नीला
(4) पीत-नारंगी
(5) नीला
कोड –
(i) A (1) B (2) C (4) D (5)
(ii) A (4) B (3) C (2) D (1)
(iii) A (3) B (2) C (4) D (1)
(iv) A (4) B (1) C (2) D (3)
37. कॉलम I में दिए गए उपसहसंयोजन यौगिकों और कॉलम II में दिए केंद्रीय धात्विक परमाणुओं को सुमेलित कीजिए और सही कोड प्रदान कीजिए।
कॉलम I (उपसहसंयोजन यौगिक)
(A) क्लोरोफिल
(B) रक्त वर्णक
(C) विल्किंसन उत्प्रेरक
(D) विटामिन B₁₂
कॉलम II (केंद्रीय धात्विक परमाणु)
(1) रोडियम
(2) कोबाल्ट
(3) कैल्सियम
(4) आयरन
(5) मैग्नीशियम
कोड –
(i) A (5) B (4) C (1) D (2)
(ii) A (3) B (4) C (5) D (1)
(iii) A (4) B (3) C (2) D (1)
(iv) A (3) B (4) C (1) D (2)
38.कॉलम I में दिए संकुल आयनों और कॉलम II में दिए संकरण तथा अयुगलित इलेक्ट्रॉनों की संख्या को सुमेलित कीजिए और सही कोड प्रदान कीजिए।
कॉलम I (संकुल आयन)
(A) [Cr(H₂O)₆]³⁺
(B) [Co(CN)₄]²⁻
(C) [Ni(NH₃)₆]²⁺
(D) [MnF₆]⁴⁻
कॉलम II (संकरण, अयुगलित इलेक्ट्रॉनों की संख्या)
(1) dsp², 1
(2) sp³d² , 5
(3) d² sp³ , 3
(4) sp³ , 4
(5) sp³d² , 2
कोड –
(i) A (3) B (1) C (5) D (2)
(ii) A (4) B (3) C (2) D (1)
(iii) A (3) B (2) C (4) D (1)
(iv) A (4) B (1) C (2) D (3)
39. कॉलम I में दी गई संकुल स्पीशीज और कॉलम II में दिए गए समावयवता के प्रकारों को सुमेलित कीजिए और सही कोड प्रदान कीजिए।
कॉलम I (संकुल स्पीशीज)
(A) [Co(NH₃)₄Cl₂]⁺
(B) समपक्ष -[Co(en)₂₄Cl₂]⁺
(C) [Co(NH₃)₅ (NO₂)] Cl₂
(D) [Co(NH₃)₆][Cr(CN)₆]
कॉलम II (समावयवता)
(1) ध्रुवण
(2) आयनन
(3) उपसहसंयोजन
(4) ज्यामितीय
(5) बंधनी
कोड –
(i) A (1) B (2) C (4) D (5)
(ii) A (4) B (3) C (2) D (1)
(iii) A (4) B (1) C (5) D (3)
(iv) A (4) B (1) C (2) D (3)
40. कॉलम I में दिए गए यौगिकों और इनमें उपस्थित कोबाल्ट की कॉलम II में दी गई आक्सीकरण अवस्थाओं को सुमेलित कीजिए और सही कोड प्रदान कीजिए।
कॉलम I (यौगिक)
(A) [Co(NCS)(NH₃)₅](SO₃)
(B) [Co(NH₃)₄Cl₂]SO₄
(C) Na₄[CoS₂O₃)₃]
(D) [Co₂ (CO)₈]
कॉलम II (Co की ऑक्सीकरण अवस्था)
(1) +4
(2) 0
(3) +1
(4) +2
(5) +3
कोड –
(i) A (1) B (2) C (4) D (5)
(ii) A (4) B (3) C (2) D (1)
(iii) A (5) B (1) C (4) D (2)
(iv) A (4) B (1) C (2) D (3)
V. अभिकथन एवं तर्क प्ररूप प्रश्न
नोट – निम्नलिखित प्रश्नों में अभिकथन के पश्चात संगत तर्क का कथन दिया है। निम्नलिखित विकल्पों में से कथन का चयन करके सही उत्तर दीजिए।
(i) अभिकथन और तर्क दोनों सही हैं और तर्क अभिकथन का सही स्पष्टीकरण है।
(ii) अभिकथन और तर्क दोनों सही कथन हैं परन्तु तर्क अभिकथन का स्पष्टीकरण नहीं है।
(iii) अभिकथन सही है परन्तु तर्क गलत कथन है।
(iv) अभिकथन गलत है परन्तु तर्क सही कथन है।
41. अभिकथन – आविषी धातु आयन कीलेटी लिगंडों द्वारा निष्काषित किए जाते हैं।
तर्क – कीलेट संकुलों की प्रवृत्ति अधिक स्थायी होने की होती है।
42. अभिकथन – [Cr(H₂O)₆]Cl₂ और [Fe(H₂O)₆]Cl₂ अपचायी प्रकृति के होते हैं।
तर्क – इनके d-कक्षकों में अयुगलित इलेक्ट्रॉन होते हैं।
43. अभिकथन – उभयदंती लिंगडों वाले उपसहसंयोजन यौगिकों में बंधनी समावयवता होती है।
तर्क – उभयदंती लिगंडों में दो भिन्न दाता परमाणु होते हैं।
44. अभिकथन – MX₈ और MX₅L प्रकार के संकुल (X और L एकदंती हैं) ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित नहीं करते।
तर्क – उपसहसंयोजन संख्या 6 वाले संकुल ज्यामितीय समावयवता नहीं दर्शाते।
45. अभिकथन – ([Fe(CN₆)³⁻ आयन दो अयुगलित इलेक्ट्रॉनों के समकक्ष चुंबकीय आघूर्ण प्रदर्शित करता है।
तर्क – क्योंकि इसमें d²sp³ संकरण होता है।
VI. दीर्घ उत्तर प्रश्न
46. क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन सिद्धांत का प्रयोग करते हुए ऊर्जा स्तर आलेख बनाइए और निम्नलिखित में केंद्रीय धातु परमाणु/आयन इलेक्ट्रॉनी विन्यास लिखकर चुंबकीय आघूर्ण का मान निर्धारित कीजिए-
(i) [CoF₆)³⁻ , [Co(H₂O)₆]²⁺ , [Co(CN)₆)³⁻
(ii) [FeF₆]³⁻ , [Fe(H₂O)₆]²⁺ , [Fe(CN)₆]⁴⁻
47. संयोजकता आबंध सिद्धांत द्वारा [Mn(CN)₆]³⁻ , [Co(NH₃)₆]³⁺ , [Cr(H₂O)₆]³⁺ और [FeCl₆]⁴⁻ के संबंध में निम्नलिखित को स्पष्ट कीजिए।
(i) संकरण का प्रकार
(ii) अंतर अथवा वाह्य कक्षक संकुल
(iii) चुंबकीय व्यवहार
(iv) केवल प्रचक्रण चुंबकीय आघूर्ण मान
48. CoSO₄Cl.5NH₃ के दोन समावयवी (A) और (B) होते हैं। समावयवी (A), AgNO₃ से अभिक्रिया कर श्वेत अवक्षेप देता है परन्तु BaCl₂ से अभिक्रिया नहीं करता। समावयवी (B), BaCl₂ से अभिक्रिया कर श्वेत अवक्षेप देता है, परन्तु AgNO₃ से अभिक्रिया नहीं करता। निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
(i) (A) और (B) को पहचानिए और उनके संरचना सूत्र लिखिए।
(ii) सम्मिलित समावयवता का प्रकार लिखिए।
(iii) A और B के IUPAC मान लिखिए।
49. संकुल का प्रेक्षित रंग संकुल द्वारा अवशोषित तरंग दैर्घ्य से कैसे संबंधित होता है।
50. उसी धातु और उन्हीं लिगंडों वाले अष्टफलकीय और चतुष्फलकीय संकुलों का रंग भिन्न क्यों होता है।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – उपसहसंयोजन यौगिक
यूनिट 9 – उपसहसंयोजन यौगिक के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से प्राप्त करें।
I. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररूप-I)
1. (ii) 2. (iii) 3. (ii) 4. (iv) 5. (i) 6. (iii) 7. (i) 8. (iii) 9. (i) 10. (iv) 11. (i) 12. (ii) 13. (ii) 14. (iii)
II. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररूप-II)
15. (i), (iii) 16. (i), (iii) 17. (i), (iii) 18. (ii), (iii) 19. (i), (iii) 20. (ii), (iv) 21. (i), (iii) 22. (i), (ii), (iii) 23. (i), (iii)
III. लघु उत्तर प्रश्न
24. [Co(NH₃)₃Cl₃] < [Cr(NH₃)₅Cl]Cl < [Co(NH₃)₅Cl]Cl₂ < [Co(NH₃)₆Cl₃
25. [Co(H₂O) ₄ Cl₂]Cl (टेट्राएक्वाडाइक्लोरिडोकोबाल्ट (III) क्लोराइड)
26. [M(AA)₂X₂]ⁿ⁺ प्रकार का ध्रुवण घूर्णक संकुल समपक्ष-अष्टफलकीय संरचना इंगित करता है। उदाहरणार्थ, समपक्ष-[Pt(en)₂Cl₂]²⁺
27. मान लीजिए चुंबकीय आघूर्ण का 5.92 BM Mn²⁺ के d-कक्षकों के पाँच अयुगलित इलेक्ट्रॉनों के अनुरूप है। परिणामस्वरूप निहित संकरण dsp² के बजाय sp³ होता है। अतः [MnCl₄]² की चतुष्फलकीय संरचना के चुंबकीय आघूर्ण का मान 5.92 BM होता है।
28. दुर्बल क्षेत्र लिगंडों के साथ ∆0 < p, इसलिए Co (III) का इलेक्ट्रॉनी विन्यास t⁴ ₂ e²ₐ होता है और इसमें 4 अयुगलित इलेक्ट्रॉन होते हैं तथा यह अनुचुंबकीय होता है। प्रबल क्षेत्र लिगंडों के साथ, ∆0 > p, इसलिए इलेक्ट्रॉनी विन्यास t⁶ ₂ e⁰ होता है। इसमें कोई अयुगलित इलेक्ट्रॉन नहीं होता और यह प्रतिचुंबकीय है।
29. चतुष्फलकीय संकुलों के लिए क्रिस्टल क्षेत्र स्थायीकरण ऊर्जा, युगमन ऊर्जा से कम होने के कारण।

31. [Fe(CN)₆]³⁻ में d²sp³ संकरण होता है और एक अयुगलित इलेक्ट्रॉन होता है परन्तु [Fe(H₂O)₆]³⁺ में sp³d² संकरण होता है तथा 5 अयुगलित इलेक्ट्रॉन होते हैं। यह अन्तर इन संकुलों में क्रमशः प्रबल CN⁻ और दुर्बल H₂O लिंगडों के कारण होता है।
32. क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन ऊर्जा का बढ़ता क्रम है। [Cr(Cl)₆]³⁻ < [Cr(NH)₆]³⁺ < [Cr(CN)₆]³⁻
33. संकुलों में यह दुर्बल और प्रबल लिगंडों की उपस्थिति के कारण होता है, जिसके फलस्वरूप इनकी CFSE भिन्न होती है। यदि CFSE उच्च है तो संकुल चुंबकीय आघूर्ण का निम्न मान दर्शाता है तथा इसके विपरीत भी। उदाहरणार्थ [CoF₆]³⁻ और [Co(NH₃)₆]³⁺, पहले वाला अनुचुंबकीय होता है और बाद वाला प्रतिचुंबकीय होता है।
34. CuSO₄.5H₂O में जल लिगंड की तरह कार्य करता है। अतः यह क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन करता है इसलिए CuSO₄.5H₂O में d—d स्थानांतरण संभव है और इसलिए यह रंग प्रदर्शित करता है। परन्तु निर्जल CuSO₄ में लिगंड (जल) की अनुपस्थिति में क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन संभव नहीं होगा अतः रंग भी नहीं होगा।

IV. सुमेलन प्ररूप प्रश्न
36. (ii) 37. (i) 38. (i) 39. (iv) 40. (i)
V. अभिकथन एवं तर्क प्ररूप प्रश्न
41. (i) 42. (ii) 43. (i) 44. (ii) 45. (iv)
VI. दीर्घ उत्तर प्रश्न
48. (i) A = [Co(NH₃)₅SO₄]Cl
B = [Co(NH₃)₅Cl]SO₄
(ii) आयनन समानवयवता
(iii) (A) पेन्टाऐम्मीनसल्फेटोकोबाल्ट (III) क्लोराइड (B) पेन्टाऐम्मीनक्लोरोकोबाल्ट (III) सल्फेट
49. जब श्वेत प्रकाश संकुल पर पड़ता है तो इसका कुछ भाग अधिशोषित हो जाता है। क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन जितना अधिक होता है, संकुल द्वारा अधिशोषित तरंगदैर्घ्य उतना ही कम होता है। बचे हुए तरंगदैर्घ्य का रंग संकुल का प्रेक्षित रंग होता है।
50. ∆ = (4/9) ∆₀ . इसलिए उसी धातु और लिगंडों के लिए अष्टफलकीय संकुल में चतुष्फलकीय संकुल से उच्च तरंगदैर्घ्य अधिशोषित होता है।
इस पेज पर दिए गए कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्ने उत्तर – उपसहसंयोजन यौगिक की सहायता से छात्रों की तैयारी अच्छे तरीके से हो सकती है। परीक्षाि में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए और अपनी तैयारी सुदृढ़ तरीके से करने के लिए छात्र इस पेज पर दिए गए महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तरों को देख सकते हैं।
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