रसायन विज्ञान विषय की अच्छी तैयारी के लिए कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन यहाँ प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे छात्र जो रसायन विज्ञान विषय की परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते है उन्हें अपनी तैयारी के लिए यहाँ हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर मिल जाएंगे। महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर की जानकारी किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक होती है। इस पेज में NCERT Book के यूनिट 10 – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन के महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर प्राप्त कर सकते हैं।
श्रोत: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद्
कक्षा: 12
विषय: रसायन विज्ञान
अध्याय: यूनिट 10 – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन
कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन
कक्षा 12 रसायन विज्ञान विषय के यूनिट 10 – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर यहाँ प्राप्त करें।
I. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररूप-I)
1 निम्नलिखित ऐल्कोहॉलों की हैलोजन अम्लों के साथ अभिक्रियाशीलता का क्रम ____________ होगा।

(i) (A) > (B) > (C)
(ii) (C) > (B) > (A)
(iii) (B) > (A) > (C)
(iv) (A) > (C) > (B)
2. निम्नलिखित में से कौन-सी ऐल्कोहॉल कक्ष ताप पर सांद्र HCl के साथ अभिक्रिया करके संगत ऐल्किल क्लोराइड देगी।

3. निम्नलिखित अभिक्रिया में यौगिक Y को पहचानिए।

4. ट्रॉलूईऩ आयरन (III) क्लोराइड की उपस्थिति में हैलोजन से अभिक्रिया द्वारा ऑर्थों और पैरा हैली यौगिक बनाती है। यह अभिक्रिया ____________ है।
(i) इलेक्ट्रॉनरागी निराकरण अभिक्रिया।
(ii) इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया।
(iii) मुक्त मूलक योगज अभिक्रिया।
(iv) नाभिकरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया।
5. निम्नलिखित में से कौन-सी अभिक्रिया हैलोजन विनिमय अभिक्रिया है।

6. निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए आप कौन-सा अभिकर्मक प्रयोग करेंगे।
CH₃CH₂CH₂CH₃→CH₃CH₂CH₂CH₂Cl+CH₃CH₂CHClCH₃
(i) Cl₂/UV प्रकाश
(ii) NaCl + H₂SO₄
(iii) अंधेरे में Cl₂ गै,
(iv) अंधेरे में आयरन की उपस्थिति में Cl₂ गैस
7. निम्नलिखित यौगिकों को उनके बढ़ते हुए घनत्व के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

(i) (a) < (b) < (c) < (d)
(ii) (a) < (c) < (d) < (b)
(iii) (d) < (c) < (b) < (a)
(iv) (b) < (d) < (c) < (a)
8. निम्नलिखित यौगिकों को उनके बढ़ते हुए क्वथनांक के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

(i) (b) < (a) < (c)
(ii) (a) < (b) < (c)
(iii) (c) < (a) < (b)
(iv) (c) < (b) < (a)
9. निम्नलिखित में से किस अणु में तारांकित (*) कार्बन परमाणु असममित है।

(i) (a), (b), (c), (d)
(ii) (a), (b), (c)
(iii) (b), (c), (d)
(iv) (a), (c), (d)
10. निम्नलिखित में से कौन-सी संरचना नीचे दिए अणु (A) का प्रतिबिम्बरूप है।


11. निम्नलिखित में से कौन-सा विस-डाइहैलाइड का उदाहरण है।
(i) डाइक्लोरोमेथन
(ii) 1.2-डाइक्लोरोएथेन
(iii) एथिलिडीन क्लोराइड
(iv) ऐलिल क्लोराइड
12. CH₃3CH==CHC(Br)(CH₃)₂ यौगिक में –Br की स्थिति को _____________ के जैसे वर्गीकृत किया जा सकता है।
(i) ऐलिल
(ii) ऐरिल
(iii) वाइनिल
(iv) सेकेन्ड्री
13. क्लोरोबेन्जीन को AlCl₃ की उपस्थिति में क्लोरीन की बेन्जीन से अभिक्रिया द्वारा बनाया जा सकता है। इस अभिक्रिया में निम्नलिखित में से कौन-सी स्पीशीज बेन्जीन वलय पर आक्रमण करती है।
(i) Cl⁻
(ii) Cl⁺
(iii) AlCl₃
(iv) [AlCl₄]⁻
14. एथिलडीन क्लोराइड एक _____________ है।
(i) विस-डाइहैलाइड
(ii) जेम-डाइहैलाइड
(iii) ऐलिलिक हैलाइड
(iv) वाइनिलिक हैलाइड
15. निम्नलिखित अभिक्रिया में ‘A’ क्या है।


16. प्राथमिक एल्किल हैलाइड की क्या प्राथमिकता होगी।
(i) SN1 अभिक्रिया
(ii) SN2 अभिक्रिया
(iii) α-निराकरण
(iv) रेसिमीकरण
17. निम्नलिखित में से कौन-सा एल्किल हैलाइड सर्वाधिक आसानी से SN1 अभिक्रिया देगा।
(i) (CH₃)₃C—F
(ii) (CH₃)₃C—Cl
(iii) (CH₃)₃C—Br
(iv) (CH₃)₃C—I
18. CH₃-CH-CH₂-Br का सही IUPAC नाम क्या है।
C₂H₅
(i) 1-ब्रोमो-2-एथिलप्रोपेन
(ii) 1-ब्रोमो-2-एथिल-2-मेथिलएथेन
(iii) 1-ब्रोमो-2-मेथिलब्यूटेन
(iv) 2-मेथिल-1-ब्रोमोब्यूटन
19. डाइएथिलब्रोमोमेथन का सही IUPAC नाम क्या है।
(i) 1-ब्रोमो-1,1-डाइएथिलमेथेन
(ii) 3-ब्रोमोपेन्टेन
(iii) 1-ब्रोमो-1-एथिलप्रोपेन
(iv) 1-ब्रोमोपेन्टेन
20. प्रकाश की अनुपस्थिति और आयरन की उपस्थिति में टॉईलून क्लोरीन से अभिक्रिया द्वारा _____________ देती है।


21. क्लोरोमेथेन, अधिक अमोनिया से अभिक्रिया करके मुख्यतः ____________ देता है।
(i) N, N-डाइमेथिलमेथेनऐमीन
(ii) N-मेथिलमेथेनऐमीन (CH₃—NH—CH₃)
(iii) मैथेनऐमीन (CH₃—NH₂)
(iv) उपरोक्त सभी का मिश्रण जिसमें इन सभी का अनुपात बराबर हो।
22. वे अणु जिनके प्रतिबिम्ब उन पर अध्यासित नहीं हो सकते काइरल कहलाते हैं। निम्नलिखित अणुओं में से कौन-सा अणु काइरल है।
(i) 2-ब्रोमोब्यूटेन
(ii) 1-ब्रोमोब्यूटेन
(iii) 2-ब्रोमोप्रोपेन
(iv) 2-ब्रोमोप्रोपेन-2-ऑल
23. सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ C₆H₅CH₂Br की अभिक्रिया ____________ अग्रसारित होती है।
(i) SN1 क्रियाविधि से।
(ii) SN2 क्रियाविधि से।
(iii) ताप के अनुसार उपरोक्त दोनों में से किसी भी क्रियाविधि से।
(iv) सेटेजफ के नियम के अनुसार।
24. नीचे दिए गए अणु में कौन-से कार्बन परमाणु असममित है।

(i) a, b, c, d
(ii) b, c
(iii) a, d
(iv) a, b, c
25. निम्न यौगिकों में से कौन-सा OH आयन द्वारा नाभिकरागी प्रतिस्थापन से रेसिमिक मिश्रण देगा।

(i) (a)
(ii) (a), (b), (c)
(iii) (b), (c)
(iv) (a), (c)
(i)
(ii)
(iii)
(iv)
नोट – प्रश्न 26 से 29 तक यौगकिों को नाभिकरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया में अभिक्रिया दर के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

(i) (a) < (b) < (c)
(ii) (c) < (b) < (a)
(iii) (a) < (c) < (b)
(iv) (c) < (a) < (b)

(i) (a) < (b) < (c)
(ii) (a) < (c) < (b)
(iii) (c) < (b) < (a)
(iv) (b) < (c) < (a)

(i) (c) < (b) < (a)
(ii) (b) < (c) < (a)
(iii) (a) < (c) < (b)
(iv) (a) < (b) < (c)

(i) (a) < (b) < (c)
(ii) (b) < (a) < (c)
(iii) (c) < (b) < (a)
(iv) (a) < (c) < (b)
30. निम्नलिखित यौगिकों के क्वथनांकों के बढ़ते हुए क्रमों में से कौन-सा सही है।
1-आयोडोब्यूटेन, 1-ब्रोमोब्यूटेन, 1-क्लोरोब्यूटेन, ब्यूटेन
(i) ब्यूटेन < 1- क्लोरोब्यूटेन < 1- ब्रोमोब्यूटेन < 1- आयोडोब्यूटेन
(ii) 1- आयोडोब्यूटेन < 1-ब्रोमोब्यूटेन < 1-क्लोरोब्यूटेन < ब्यूटेन
(iii) ब्यूटेन< 1-आयोडोब्यूटेन < 1-ब्रोमोब्यूटेन < 1-क्लोरोब्यूटेन
(iv) व्यूटेन < 1- क्लोरोब्यूटेन < 1- आयोडोब्यूटेन < 1- ब्रोमोब्यूटेन
31. निम्नलिखित यौगिकों के क्वथनांकों के बढ़ते हुए क्रमों मे से कौन-सा सही है।
1-ब्रोमोएथेन, 1-ब्रोमोप्रोपेन, 1-ब्रोमोब्यूटेन, ब्रोमोबेन्जीन
(i) ब्रोमोबेन्जीन < 1- ब्रोमोब्यूटेन < 1- ब्रोमोप्रोपेन < 1- ब्रोमोएथेन
(ii) ब्रोमोबेन्जीन < 1- ब्रोमोएथेन < 1- ब्रोमोप्रोपेन < 1- ब्रोमोब्यूटेन
(iii) 1-ब्रोमोप्रोपेन < 1- ब्रोमोब्यूटेन < 1- ब्रोमोएथेन < ब्रोमोबेन्जीन
(iv) 1-ब्रोमोएथेन < 1- ब्रोमोप्रोपेन < 1- ब्रोमोब्यूटेन < ब्रोमोबेन्जीन
II. बहुविक्लप प्रश्न (प्ररूप-II)
नोट – निम्नलिखित प्रश्नों में दो या इससे अथिक विकल्प सही हो सकते हैं।
निम्नलिखित अभिक्रिया को संज्ञान में लेते हुए क्रम संख्या 32-34 तक प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

32. उपरोक्त अभिक्रिया के लिए कौन-से कथन सही हैं।
(i) (a) और (e) दोनों नाभिकरागी हैं।
(ii) (c) में कार्बन परमाणु sp³ संकरित है।
(iii) (c) में कार्बन परमाणु sp² संकरित है।
(iv) (a) और (e) दोनों इलेक्ट्रॉनरागी हैं।
33. निम्नलिखित कथनों में से कौन-से कथन उपरोक्त अभिक्रिया के लिए सही है।
(i) अभिक्रिया SN2 क्रियाविधि का अनुसरण करती है।
(ii) (b) और (d) का विन्यास एक दूसरे के विपरीत है।
(iii) (b) और (d) का विन्यास समान है।
(iv) अभिक्रिया SN1 क्रियाविधि का अनुसरण करती है।
34. अभिक्रिया माध्यमिक के लिए निम्नलिखित में से कौन-से कथन सही है।
(i) माध्यमिक (c) अस्थायी है क्योंकि इसमें कार्बन पाँच परमाणुओं से जुड़ा है।
(ii) माध्यमिक (c) अस्थायी है क्योंकि इसमें कार्बन परमाणु sp² संकरित है।
(iii) माध्यमिक (c) स्थायी है क्योंकि इसमें कार्बन परमाणु sp² संकरित है।
(iv) माध्यमिक (c) अभिक्रियक (b) से कम स्थायी है।
नोट – प्रश्न संख्या 35 और 36 के उत्तर निम्नलिखित अभिक्रिया के आधार पर दीजिए।

35. इस अभिक्रिया की क्रियाविधि के संबंध में कौन-से कथन सही है।
(i) अभिक्रिया में कार्बनधनायन (कार्बोकैटायन) माध्यमिक बनेगा।
(ii) OH⁻ क्रियाधर (b) पर एक ओर से जुड़ेगा और उसी समय Cl⁻ इसे छोड़ेगा।
(iii) एक अस्थायी माध्यमिक बनेगा जिसमें OH⁻ और Cl⁻ दुर्बल आबंधों से जुड़े होंगे।
(iv) अभिक्रिया SN1 क्रियाविधि से बढ़ेगी।
36. इस अभिक्रिया की गतिकी के लिए कौन-से कथन सही है।
(i) अभिक्रिया की दर केवल (b) की सांद्रता पर निर्भर करती है।
(ii) अभिक्रिया की दर (a) और (b) दोनों की सांद्रता पर निर्भर करती है।
(iii) अभिक्रिया की आण्विकता एक है।
(iv) अभिक्रिया की आण्विकता दो है।
37. हैलोऐल्केनों में हैलोजन परमाणु ऐल्किल समूह के sp³ संकरित कार्बन से जुड़ा/जुड़े होता/होते हैं। निम्नलिखित यौगिकों में से हैलोऐल्केनों को पहचानिए।
(i) 2-ब्रोमोपेन्टेन
(ii) वेनिलक्लोराइड (क्लोरोएथीन)
(iii) 2-क्लोरोऐसीटोफीनोन
(iv) ट्राइक्लोरोमेथेन
38. एथिलीन क्लोराइड एवं एथिलिडीन क्लोराइड समावयव हैं। इनके विषय में सही कथन पहचानिए।
(i) ऐल्कोहॉली KOH से अभिक्रिया में दोनों यौगिक एक ही उत्पाद बनाते हैं।
(ii) जलीय NaOH के साथ अभिक्रिया में दोनों यौगिक एक ही उत्पाद बनाते हैं।
(iii) दोनों यौगिक अपचयन से एक ही उत्पाद बनाते हैं।
(iv) दोनों यौगिक ध्रुवण घूर्णक हैं।
39. निम्नलिखित में से कौन-से यौगिक जेम-डाइहैलाइड है।
(i) एथिलिडीन क्लोराइड
(ii) एथिलीन डाइक्लोराइड
(iii) मेथिलीन क्लोराइड
(iv) बेन्जिल क्लोराइड
40. निम्नलिखित में से कौन-से यौगिक सेकेन्ड्री ब्रोमाइड है।
(i) (CH₃)₂ CHBr
(ii) (CH₃)₃C CH₂ Br
(iii) CH₃ CH(Br)CH₂CH₃
(iv) (CH₃)₂ CBrCH₂CH₃
41. निम्नलिखित में से कौन-से यौगिकों को ऐरिल हैलाइडों में वर्गीकृत किया जा सकता है।
(i) p-ClC₆H₄CH₂CH(CH₃)₂
(ii) p-CH₃CHCl(C₆H₄)CH₂CH₃
(iii) o-BrH₂C-C₆H₄CH(CH₃)CH₂CH₃
(iv) C₆H₅-Cl
42. ऐल्किल हैलाइड को एल्कोहॉल की _______ से अभिक्रिया द्वारा बनाया जा सकता है।
(i) HCl + ZnCl₂
(ii) लाल P + Br₂
(iii) H₂SO₄ + KI
(iv) उपरोक्त सभी
43. ऐल्किल फ्लुओराइडों का विरचन ऐल्किल क्लोराइड/ब्रोमाइड को _______ अथवा _______ की उपस्थिति में गरम करके किया जा सकता है।
(i) Ca F₂
(ii) CoF₂
(iii) Hg₂F₂
(iv) NaF
III. लघु उत्तर प्रश्न
44. ऐरिल क्लोराइड और ब्रोमाइड लूइस अम्ल उत्प्रेरक की उपस्थिति में क्रमशः क्लोरीन और ब्रोमीन द्वारा ऐरीनों की इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन अभिक्रिया द्वारा आसानी से बनाए जा सकते हैं, परन्तु ऐरिल आयोडाइडों को बनाने के लिए ऑक्सीकरण कर्मक की आवश्यकता क्यों होती है।
45. ऑर्थो-और पेरा-डाइब्रोमोबेन्जीन में से किसका गलनांक उच्च है और क्यों।
46. निम्नलिखित यौगकिों में से कौन-सा यौगिक SN1 अभिक्रिया में –OH आयन से अधिक तेजी से अभिक्रिया करेगा।
CH₃-CH₂-Cl अथवा C₆H₅-CH₂-Cl
47. आयोडोफॉर्म के पर्याप्त पूतिरोधी गुणधर्म क्यों होते हैं।
48. हैलोएरीन, हैलोऐल्केन और हैलोऐल्कीन से कम क्रियाशील होती हैं। समीक्षा कीजिए।
49. ऐरिल ब्रोमाइड और क्लोराइड के अंधेरे में विरचन में लूइस अम्ल की भूमिका की विवेचना कीजिए।
50. निम्नलिखित यौगिकों (क) और (ख) में से कौन-सा NaBr और H₂SO₄ के मिश्रण के साथ अभिक्रिया नहीं करेगा और क्यों।

51. निम्नलिखित अभिक्रिया में कौन सा उत्पाद प्रमुख उत्पाद होगा। समझाइए।
CH₃CH = CH₂+HI→CH₃CH₂CH₂I + CH₃CHICH₃
(क) (ख)
52. हैलोऐल्केनों की जल में घुलनशीलता बहुत कम क्यों होती हैं।
53. निम्नलिखित संरचना से संबंधित अन्य अनुनाद संरचनाएँ लिखिए और ज्ञात कीजिए कि अणु में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूह ऑर्थो-पेरा निदर्शन वाला है या मेटा निदर्शन वाला।

54. निम्नलिखित यौगिकों को प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक वर्गों में वर्गीकृत करिए।
(i) 1-ब्रोमोब्यूट-2-ईन (ii) 4-ब्रोमोपेन्ट-2-ईन (iii) 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपन
55. C₄H₉Br अणसूत्र के यौगिक क को KOH के जलीय विलयन से अभिकृत किया गया। इस अभिक्रिया की दर केवल यौगिक क की सांद्रता पर निर्भर करती है। जब इस यौगिक के दूसरे ध्रुवण घूर्णक समावयव ख को KOH के जलीय विलयन से अभिकृत किया गया तो अभिक्रिया दर यौगिक और KOH दोनों की सांद्रता पर निर्भर पाई गई ।
(i) दोनों यौगिकों क और ख के संरचना सूत्र लिखिए।
(ii) इन दोनों यौगिकों में से कौन-सा प्रतीपित विन्यास के उत्पाद में परिवर्तित होगा।
56. C₇H₈ अणुसूत्र वाले यौगिक क के FeCl₃ की उपस्थिति में Cl₂ से अभिकृत होने पर बनने वाले उत्पादों के नाम और संरचाएँ लिखिए।
57. निम्नलिखित अभिक्रिया में बने उत्पादों क और ख को पहचानिए।
CH₃ – CH₂ – CH == CH – CH₃ HCl → क + ख
58. निम्नलिखित यौगिकों में से किसका गलनांक उच्चतम होगा और क्यों।

59. निओ-पेन्टिलब्रोमाइड की संरचना और IUPAC नाम लिखिए।
60. 72 g mol⁻¹ अणु द्रव्यमान का एक हाइड्रोकार्बन प्रकाश में क्लोरीनन से केवल एक मोनोक्लीरो और दो डाइक्लोरो व्युत्पन्न देता है। हाइड्रोकार्बन की संरचना लिखिए।
61. उस ऐल्कीन का नाम बताइए जो HCl के साथ अभिक्रिया से 1-क्लोरी-1-मेथिलसाइक्लोहेक्सेन देगी। अभिक्रियाएँ भी लिखिए।
62. निम्नलिखित हैलोएल्केनों में से कौन-सा जलीय KOH के साथ सबसे आसानी से अभिक्रिया करता है। कारण सहित स्पष्टीकरण दीजिए।
(i) 1-ब्रोमोब्यूटेन
(ii) 2-ब्रोमोब्यूटेन
(iii) 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन
(iv) 2-क्लोरोब्यूटेन
63 ऐरिल हैलाइडों को ZnCl₂ की उपस्थिति में फीनॉलों की HCl के साथ अभिक्रिया द्वारा क्यों नहीं बनाया जा सकता।
64. निम्नलिखित यौगिकों में से किसकी SN1 अभिक्रिया द्रुतगामी होगी और क्यों।

65. ऐलिल क्लोराइड n-प्रोपिल क्लोराइड की अपेक्षा अधिक आसानी से क्यों जलअपघटित होता है।
66. ग्रीन्यार अभिकर्मक के उपयोग में लेशमात्र नमी भी न होना क्यों आवश्यक है।
67. SN1 क्रियाविधि के प्रथम चरण में ध्रुवीय विलायक किस प्रकार सहायता करते हैं।
68. अणु में द्विआबंध की उपस्थिति ज्ञात करने के लिए एक परीक्षण लिखिए।
69. डाइफेनिल पर्यावरण के लिए शक्तिशाली खतरा होते हैं। यह ऐल्किलहैलाइडों से कैसे बनते हैं।
70. कीटनाशी डी.डी.टी. और बेन्जीनहैक्साक्लोराइड के IUPAC नाम क्या है। इनका भारत और अन्य देशों में प्रयोग प्रतिबंधित क्यों हैं।
71. ऐल्किल हैलाइडों में निराकरण अभिक्रियाएँ (विशेषकर β-निराकरण) उतनी ही सामान्य हैं जितनी प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ। दोनों के अभिकर्मकों का उल्लेख कीजिए।
72. ऐनिलीन से आप मोनाब्रोमोबेन्जीन कैसे प्राप्त करेंगे।
73. ऐरिल हैलाइड नाभिकरागी प्रतिस्थापन के प्रति अत्यंत कम क्रियाशील होते हैं। निम्नलिखित यौगिकों की नाभिकरागी प्रतिस्थापन के प्रति अभिक्रियाशीलता का क्रम लिखिए और विवेचना कीजिए।

74. tert-ब्यूटिलब्रोमाइड जलीय NaOH के साथ SN1 क्रियाविधि से अभिक्रिया करता है, जबकि n-ब्यूटिलब्रोमाइड SN2 क्रियाविधित द्वारा अभिक्रिया करता है। क्यों।
75. आइसोब्यूटिलीन में HCl मिलने पर कौन-सा प्रमुख उत्पाद बनेगा। निहित क्रियाविधि को समझाइए।
76. हैलोएरीनों के C–X आबंध की प्रकृति की विवेचना कीजिए।
77. यदि प्रयोगशाला में NaI के अतिरिक्त कोई भी आयोडीन युक्त यौगिक उपलब्ध न हो तो आप ऐथेनॉल से आयोडोएथेन कैसे बनाएँगें।
78. सायनाइड आयन उभदंती नाभिकरागी के समान क्रिया करता है। जलीय माध्यम में यह किस छोर से प्रबल नाभिकरागी का कार्य करता है। अपने उत्तर का कारण दीजिए।
IV. सुमेलन प्ररूप प्रश्न
नोट- निम्नलिखित प्रश्नों में कॉलम I और कॉलम II के मदों को सुमेलित कीजिए।
79. कॉलम I में दिए यौगिकों को कॉलम II में दिए प्रभावों से सुमेलित कीजिए।
कॉलम I
(i) क्लोरएम्फिनिकॉल
(ii) थायरॉक्सिन
(iii) क्लोरोक्वीन
(iv) क्लोरोफार्म
कॉलम II
(a) मलेरिया
(b) संज्ञाहारी
(c) टाइफाइड बुखार
(d) गलगंड
(e) रक्त प्रतिस्थापी
80. कॉलम I और कॉलम II के मदों को सुमेलित कीजिए।
कॉलम I
(i) SN1 अभिक्रिया
(ii) अग्निशामक में रसायन
(iii) एल्कीनों का ब्रोमीनन
(iv) ऐल्किलिडीन हैलाइड
(v) एल्किल हैलाइड से HX का निकलना
कॉलम II
(a) विस-डाइब्रोमाइड
(b) जेम-डाइहैलाइड
(c) रेसिमीकरण
(d) सेटजेफ नियम
(e) क्लोरोब्रोमोकार्बन
81. कॉलम I में दी गई संरचनाओं को कॉलम II में दिए गए यौगिकों के वर्ग से सुमेलित कीजिए।

82. कॉलम I में दी गई अभिक्रियाओं को कॉलम II में दिए गए अभिक्रिया के प्रकारों से सुमेलित कीजिए।


83. कॉलम I में दी गई संरचनाओं को कॉलम II में दिए गए नामों से सुमेलित कीजिए

84. कॉलम I में दी गई संरचनाओं को कॉलम II में दिए गे नामों से सुमेलित कीजिए।


V. अभिकथन एवं तर्क प्ररूप प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों में अभिकथन और तर्क के कथन दिए हैं। प्रत्येक प्रश्न के नीचे लिखे विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
(i) अभिकथन और तर्क दोनों सही हैं और तर्क अभिकथन का सही स्पष्टीकरण है।
(ii) अभिकथन और तर्क दोनों ही गलत कथन हैं।
(iii) अभिकथन सही है परन्तु तर्क गलत कथन है।
(iv) अभिकथन गलत है परन्तु तर्क सही कथन है।
(v) अभिकथन और तर्क दोनों सही कथन हैं परन्तु तर्क अभिकथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
85. अभिकथन – ऐल्कोहॉल से ऐल्किल क्लोराइड बनाने के लिए फॉस्फोरस क्लोराइडों (ट्राइ एवं पेन्टा) का थायोनिल क्लोराइड के स्थान पर वरीयता दी जाती है।
तर्क – फॉस्फोरस क्लोराइड शुद्ध ऐल्किल हैलाइड देते हैं।
86. अभिकथन – ऐल्किल हैलाइडों के क्वथनांक के घटने का क्रम है-
RI > RBr > RCl > RF
तर्क – ऐल्किल क्लोराइडों, ब्रोमाइडों और आयोडाइडों के क्वथनांक लगभग समान अणु द्रव्यमान के हाइड्रोकार्बन से उच्च होते हैं।
87. अभिकथन – KCN मेथिल क्लोराइड से अभिक्रिया करके मेथिल आइसोसायनाइड देता है।
तर्क – CN⁻ एक उभदंती नाभिकरागी है।
88. अभिकथन – tert ब्यूटिल ब्रोमाइड वुर्टज अभिक्रिया द्वारा 2, 2, 3, 3-टेट्रामेथिलब्यूटेन देता है।
तर्क – वुर्टज अभिक्रिया में ऐल्किल हैलाइड शुष्क ईथर में सोडियम से अभिक्रिया करते हैं और हैलाइड में उपस्थित कार्बन परमाणुओं की संख्या से दुगनी संख्या वाला हाइड्रोकार्बन बनाते हैं।
89. अभिकथन – ऑर्थो और पेरा स्थितियों पर नाइट्रो समूह की उपस्थिति हैलोऐरीनों की नाभिकरागी प्रतिस्थापन के प्रति क्रियाशीलता बढ़ा देती है।
तर्क – नाइट्रो समूह इलेक्ट्रॉन अपनयक समूह होने के कारण बेन्जीन वलय पर इलेक्ट्रॉन का घनत्व कम कर देता है।
90. अभिकथन – मोनोहैलोएरीनों में अगला इलेक्ट्रॉनरागी प्रतिस्थापन ऑर्थो और पेरा स्थितियों पर होता है।
तर्क – हैलोजन परमाणु वलय को निष्क्रिय करता है।
91. अभिकथन – ऐरिल आयोडाइडों को ऐरीनों की ऑक्सीकरण कर्मक की उपस्थिति में आयोडीन से अभिक्रिया द्वारा बनाया जा सकता है।
तर्क – आक्सीकरण कर्मक आयोडीन को HI में आक्सीकृत कर देता है।
92. अभिकथन – क्लोरोएथेन की अपेक्षा क्लोरोबेन्जीन की क्लोरीन को –OH द्वारा प्रतिस्थापित करना कठिन है।
तर्क – अनुनाद के कारण क्लोरोबेन्जीन के C—Cl आबंध में आंशिक द्विआबंध गुण आ जाता है।
93. अभिकथन – (–)–2- ब्रोमोऑक्टेन का जलअपघटन विन्यास के प्रतिलोमन के साथ बढ़ता है।
तर्क – यह अभिक्रिया कार्बनधनायन बनने (कार्बोकेटायन) के द्वारा अग्रगामी होती है।
94. अभिकथन – क्लोरोबेन्जीन के नाइट्रोकरण से m-नाइट्रोक्लोरोबेन्जीन बनती है।
तर्क – —NO₂ समूह m-निर्देशक समूह है।
VI. दीर्घ उत्तर प्रश्न
95. क्षारों के साथ कुछ एेल्किलहैलाइड प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ देते हैं जबकि कुछ निराकरण अभिक्रियाएँ। उदाहरणों की सहायता से ऐल्किल हैलाइडों के उन संरचनात्मक गुणों की विवेचना कीजिए जो इस अन्तर का कारण है।
96. कुछ हैलोजन युक्त यौगिक दैनिक जीवन में उपयोगी है। इस वर्ग के कुछ यौगिक पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं के पराबैंगनी प्रकाश से अधिकाधिक उदभासन (exposure) के लिए उत्तरदायी होते हैं जिससे अत्यधिक विनाश होता है। इन हैलोयौगिकों के वर्ग का नाम लिखिए। आपके विचार से इस यौगिकों के हानिकारक प्रभाव को कम करने के लिए क्या करना चाहिए।
97. ऐरिल हैलाइड ऐल्किल हैलाइडों की अपेक्षा नाभिकरागी प्रतिस्थापन के प्रति कम क्रियाशील क्यों होते हैं। हम ऐरिल हैलाइडों की क्रियाशीलता कैसे बढ़ा सकते हैं।
कक्षा 12 रसायन विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन
यूनिट 10 – हैलोऐल्केन तथा हैलोऐरीन के प्रश्नों के उत्तर यहाँ से प्राप्त करें।
I. बहुविक्लप प्रश्न (प्ररुप-I)
1. (ii) 2. (iv) 3. (i) 4. (ii) 5. (i) 6. (i) 7. (i)
8. (iii) (a) का क्वथनांक 364K (b) का क्वथनांक 375 K, (c) क्वथनांक 346 K
9. (ii)
10. (i) संकेत – सभी अणुओं के मॉडल बनाइए और (i) से (iv) तक अणुओं को अणु (A) पर अध्यारोपित करके देखिए।
11. (ii) 12. (i) 13. (ii) 14. (ii) 15. (iii) 16. (ii) 17. (iv) 18. (iii) 19. (ii) 20. (iv) 21. (iii) 22. (i)23. (i)] – C₆H₅CH₂ स्थायित्व प्राप्त धनायन है अतः अभिक्रिया के अग्रसारण के लिए SN1 क्रियाविधि अनूकूल होती है।
24. (ii) 25. (i) 26. (iii) 27. (iv) 28. (iv) 29. (iii) 30. (i) 31. (iv)
II. बहुविकल्प प्रश्न (प्ररुप-II)
32. (i), (iii) 33. (i), (ii) 34. (i), (iv) 35. (i), (iv) 36. (i), (iii) 37. (i), (iv) 38. (i), (iii) 39. (i), (iii) 40. (i), (iii) 41. (i), (iv) 42. (i), (ii) 43. (ii), (iii)
III. लघु उत्तर प्रश्न
44. आयोडीनन अभिक्रियाएँ उत्क्रमणीय होती हैं। अभिक्रियाओँ को अग्र दिशा में बढ़ाने के लिए अभिक्रिया से बने HI को आक्सीकरण द्वारा हटाया जाता है, HIO₄ को ऑक्सीकरण कर्मक की तरह प्रयुक्त किया जाता है।
45. पेरा-डाइब्रोमोबेन्जीन का गलनांक ऑर्थो-समावयवी से उच्च होता है। यह पेरा-समावयवी की सममिति के कारण होता है जो ऑर्थो-समावयवी की अपेक्षा क्रिस्टल जालक में ठीक बैठ जाती है।
46. C₆H₅-CH₂—Cl
47. स्वतंत्र आयोडीन निकलने के कारण।
48. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
49. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
50. (ख), क्योंकि (ख) में अनुवाद के कारण C–O आबंध अधिक स्थायी है।
51. अभिक्रिया का मुख्य उत्पाद ख होगा। स्पष्टीकरण के लिए माकौनीकॉफ नियम देखें। एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 11 की पाठ्यपुस्तक का सेक्शन 13.3.5 पढ़ें।
52. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
53. ऑर्थों और पेरा स्थितियों पर इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ने के कारण ऑथो-पेरा निदर्शक। (अनुनाद संरचनाओं के लिए एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें। )
54. (i) प्राथमिक
(ii) द्वितीयक
(iii) तृतीयक



62. (iii), अभिक्रिया में बना तृतीयक कार्बधनायन स्थायी है।
63. फीनॉलों में अनुनाद के कारण C—O आबंध अधिक स्थायी होता है और इसमें द्विआबंध गुण आ जाता है अतः इस आबंध को तोड़ना कठिन होता है।
64. (क) की अपेक्षा (ख) अधिक तीव्रता से SN1 अभिक्रिया देगा क्योंकि Cl⁻ के निकलने के पश्चनात (ख) से बना कार्बधनायन अनुनाद द्वारा स्थायित्व प्राप्त कर लेता है जबकि (क) से प्राप्त कार्बनधनायन में ऐसा स्थायित्व संभव नहीं है।
65. ऐलिल क्लोराइड अधिक अभिक्रियाशीलता प्रदर्शित करता है क्योंकि जलअपघटन से बना कार्बधनायन अनुनाद द्वारा स्थायित्व प्राप्त कर लेता है जबकि n- प्रोपिल क्लोराइड से बने कार्बनधनायन में ऐसा स्थायित्व नहीं होता।
66. ग्रीन्यार अभिकर्मक अत्यधिक क्रियाशील होते हैं और जल से अभिक्रिया करके संगत हाइड्रोकार्बन देते हैं।
RMgX + H₂O → RH + Mg(OH)X
67. संकेत – कार्बनधनायन का विलायकयोजन
68. संकेत – (1) ब्रोमीन जल से असंतृप्तता का परीक्षण (2) बेअर परीक्षण।
69. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
70. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
71. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
72. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
73. III > II > I
74. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।

76. संकेत – ध्रुवीय प्रकृति और C—X आबंध के स्थायित्व की विवेचना कीजिए।

78. संकेत – यह कार्बन की ओर से प्रबल नाभिकरागी का कार्य करता है क्योंकि इसमें C–C बंध बनता है जो C–N बंध से अधिक स्थायी होता है।
IV. सुमेलन प्ररूप प्रश्न
79. (i)→ (c) (ii)→ (d) (iii)→(a) (iv)→(b)
80. (i)→ (c) (ii) → (e) (iii) → (a) (iv) → (b) (v) → (d)
81. (i)→ (b) (ii) → (d) (iii) → (a) (iv) → (c)
82. (i)→ (b) (ii) → (d) (iii) → (e) (iv) → (a) (v)→ (c)
83. (i)→ (a) (ii) → (c) (iii) → (b) (iv) → (d)
84. (i)→ (b) (ii) → (a) (iii) → (d) (iv) → (c)
V. अभिकथन एवं तर्क प्ररूप प्रश्न
85. (ii) 86. (v) 87. (iv) 88. (i) 89. (i) 90. (v) 91. (iii) 92. (i) 93. (iii) 94. (iv)
VI. दीर्घ उत्तर प्रश्न
95. संकेत – प्राथमिक ऐल्किल हैलाइड SN2 क्रियाविधि से प्रतिस्थापन को वरीयता देते हैं जबकि तृतीयक हैलाइड स्थायी कार्बधनायन बनने के कारण निराकरण अभिक्रिया देते हैं।
96. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
97. एन.सी.ई.आर.टी. की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तक देखें।
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