मदर्स डे का दिन पुरे विश्व में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन को विशेष रूप से माँ को समर्पित किया गया है। वैसे तो माँ के लिए हर बच्चे के अंदर प्रेम, आदर, सम्मान रहता है लेकिन इस दिन को लोग एक विशेष दिन के रूप में मनाकर अपनी माँ के प्रति प्यार को प्रदर्शित करते हैं। विश्व के ज्यादातर देशों में मदर्स डे को प्रतिवर्ष मई माह में पड़ने वाले दूसरे रविवार को मनाया जाता है। भारत में भी इस दिन को मई के दूसरे रविवार के दिन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। भारत में इस दिन को मातृदिवस के रूप में भी जानते हैं। इसके अलावा विभिन्न देशों में मदर्स डे को अलग-अलग दिन मनाने की प्रथा है। सभी लोग इस दिन अपनी माँ का मातृदिवस की शुभकामनाएँ, उपहार इत्यादि देकर उनको स्पेशल फील कराकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

मदर्स डे पर निबंध : मात्र-दिवस पर निबंध हिंदी में

प्रस्तावना – Mother’s Day (मातृदिवस) साल का एक विशेष दिन होता है जिसे खासकर माँ को समर्पित किया गया है। भारत में यह दिन मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस दिन विश्व भर के लोग अपनी माँ को मातृदिवस की शुभकामनायें देते हैं, उनको अपने लिए किये गए योगदान को सराहते हैं और उनको जीवन भर खुशियाँ देने का वादा करते हैं। विश्व भर में इस दिन को मनाने का अलग-अलग तरीका है लेकिन सभी का उद्देश्य केवल एक ही होता है कि कैसे वे अपनी माँ को अपना प्यार प्रदर्शित कर सकें। हमारी माँ हमारे हर सुख-दुःख में साथ देती है, आपके द्वारा लिए गए अच्छे फैसलों को सराहती है और आपके द्वारा लिए गए बुरे फैसलों को भी सर आँखों पर लेकर आपको समझाती है और उनसे उबरने में आपकी सबसे बड़ी सहायक बनती है।

कहा जाता है कि माँ हमें इस दुनिया से नौ महीने अधिक जानती है। हम माँ के गर्भ में 9 महीने रहते हैं, गर्भ से ही हमारी माँ हमारा ख्याल रखती है। माँ हमारे लिए इस दुनिया में जो कुछ करती है उसका हम कभी भी कर्ज नहीं उतार सकते हैं। माँ हम लोगों की पहली शिक्षक होती है। हमारी माँ हमें बचपन से ही खाना, पीना, लिखना, बोलना, चलना, रिश्तों की समझ सिखाती है। एक माँ हमेशा अपने बच्चों को प्रेरित करती है, उन्हें आगे बढ़ने और जीवन में कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करती है। एक माँ की खुशी हमेशा उसके बच्चों पर निर्भर करती है, अगर उसका बच्चा दुखी है तो वो भी दुखी होती है और अगर उसका बच्चा खुश रहता है तो सबसे ज्यादा उसकी माँ ही खुश रहती है।

मदर्स डे की शुरुआत अमेरिका से हुई मानी जाती है। कहा जाता है कि एक अमेरिकी कार्यकर्त्ता ने अपने माँ के निधन के बाद इस दिन को शुरू किया था तबसे यह दिन लगातार लोग मनाते आ रहे हैं वहीं कुछ विद्वानों के अनुसार मदर्स डे की शुरुआत ग्रीस से मानी जाती है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में वहाँ के लोग अपनी माँ को सम्मान देने के लिए इस दिन उनकी पूजा करते थे और इसको एक त्यौहार के रूप में मनाते थे। ऐसी मान्यता है कि यूएस और ब्रिटेन देशों में इस दिन को मदरिंग सन्डे के रूप में मनाया जाता था। यूएस में मदर्स डे को प्रतिवर्ष 02 जून को मनाया जाता है। इसके अलावा बोलिविया में मदर्स डे को 1812 में स्पेन के साथ हुए युद्ध में स्पेनिश सेना के द्वारा वहां की महिलाओं का कत्लेआम किया गया था तभी से यह दिन उनके शौर्य को याद करने के लिए वर्ष 27 मई को मनाया जाता है। थाईलैंड देश में वहां की रानी के जन्मदिवस के दिन को मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है।

निष्कर्ष – वैसे तो माँ के लिए साल का हर दिन ही खास होना चाहिए और अपनी माँ को कभी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कष्ट नहीं देना चाहिए लेकिन फिर भी माँ के प्रति प्यार दर्शाने का एक विशेष दिन नियुक्त किया गया है। हमें कोशिश करनी चाहिए कि हमारी माँ हमेशा खुश रहे और जीवन में उन्हें कोई भी कष्ट न हो। आप उनका साथ शुरू से लेकर अंत तक निभाएं और केवल इस दिन अपने प्यार को प्रदर्शित करने का इंतजार न करें। आपका जब भी मन हो आप तब अपनी माँ को उनके द्वारा तुम्हारे लिए किये गए त्याग, समर्पण को याद करके उनकी ममता के लिए उनको विश कर सकते हैं।

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