फेम इंडिया योजना : दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन से निपटने के विभिन्न प्रयास किये जा रहे हैं इसी क्रम में भारत सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास को बढ़ावा देने के लिए फेम इंडिया योजना शुरू की है। इस योजना का एक चरण संपन्न होने के बाद अब दूसरे चरण को लागू कर दिया गया है। फेम इंडिया योजना के दोनों चरणों की पूर्ण जानकारी आप इस पेज से प्राप्त कर सकते हैं।
प्रथम चरण : देश में पर्यावरण के अनुकूल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा फेम इंडिया योजना शुरू की गयी थी। यह योजना राष्ट्रीय मोबिलिटी मिशन योजना (MEMMP) के तहत शुरू की गयी थी। इस योजना को 2017 तक पूर्ण होना था जिसके बाद इसको 31 मार्च 2019 तक विस्तार दिया गया था। प्रथम चरण में सरकार की ओर से 5500 करोड़ रूपए खर्च किये जाने का लक्ष्य रखा गया था।
द्वितीय चरण : यह योजना राष्ट्रीय विद्युत गतिशीलता मिशन योजना (NEMMP) के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शुरू की गई। इस योजना का दूसरा चरण 2019 में लॉन्च किया गया था जिसकी अवधि वर्ष 2022 तक रहेगी। दूसरे चरण में सरकार की ओर से 10000 करोड़ रूपए का बजट निर्धारित की गया है। इसमें हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास को बढ़ावा देने एवं जलवायु परिवर्तन से निपटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
फेम इंडिया योजना के उद्देश्य
फेम इंडिया स्कीम के तहत विभिन्न उद्देश्य निर्धारित किये गए हैं –
- इस योजना के तहत भारत सरकार की ओर से वर्ष 2030 तक भारत को 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिसिटी से चलने वाले वाहनों वाले देश बनाना।
- वर्ष 2022 तक भारत को प्रदूषण से मुक्ति दिलाना है।
- पेट्रोल एवं डीजल के आयात पर निर्भरता कम करना।
- इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना।
- देश में प्रदूषण काम करना।
फेम इंडिया स्कीम के मुख्य घटक
इस योजना को निम्नलिखित 4 भागों में बांटा गया है –
- मांग का निर्माण।
- वाहनों की चार्जिंग के लिए आधारभूत संरचना का विकास करना।
- मांग का निर्माण।
- प्रौद्योगिकी विकास
फेम इंडिया योजना के लाभ
फेम इंडिया स्कीम के तहत विभिन्न लाभ होंगे जिनकी जानकारी निम्नलिखित है –
- इलेक्ट्रिक एवं आधुनिक वाहनों के विनिर्माण से सम्बंधित उद्योगों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के तहत सरकार की ओर से ऑटोमेटिक रास्ते के तहत 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी मिलेगी।
- इस योजना के तहत अगले 5 वर्षों में सभी दोपहिया, तिपहिया एवं चार पहिया के इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी मिलेगी।
- इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास में शामिल निर्माताओं को प्रोत्साहन का लाभ मिलेगा।
- लिथियम आयन बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर्स के विकास में शामिल निर्माताओं को प्रोत्साहन का लाभ मिलेगा।
फेम इंडिया योजना के मुख्य लक्ष्य
फेम इंडिया स्कीम के मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित –
- वर्ष 2015 से वर्ष 2022 तक देशभर की सड़को पर 60 से 70 लाख हाइब्रिड एवं इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को उतारना।
- ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाना।
- डीजल और पेट्रोल की जगह हाइब्रिड और इलेकिट्रकल दोपहिया वाहन, कार, तिपहिया वाहन और हल्के व भारी कमर्शियल वाहनों के लिये देशभर में अवसंरचना तैयार करना।
- वर्ष 2030 तक भारत के वाहनों को पूर्ण रूप से इलेक्ट्रॉनिक वाहनों में बदलना।
- लगभग 7,000 ई-बसों, 5 लाख ई-तिपहिया वाहनों, 55,000 ई -यात्री कारों और 10 लाख ई-दोपहिया वाहनों को सब्सिडी के जरिये समर्थन करने का लक्ष्य रखा गया है।