पीएम कुसुम योजना : किसान ऊर्ज़ा सुरक्षा उत्थान महाभियान या कुसुम योजना का शुभारम्भ पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली जी ने वित्त वर्ष 2018-2019 के बजट के दौरान किया था। इस योजना का उद्देश्य भारत में सौर ऊर्जा के उत्पादन को आगे बढ़ाना है और किसानों को सौर खेती के लाभ प्रदान करना है। केंद्रीय बजट 2018-19 के दौरान अगले दस वर्षों के लिए इस कार्यक्रम के लिए 48 हजार करोड़ की राशि निर्धारित की है। मार्च 2021 में केंद्र सरकार ने इस योजना में विभिन्न संशोधन किये जिसमें पीएम-कुसुम योजना के एक मौजूदा घटक – किसान आय समर्थन और डी-डीज़लिंग योजना की शुरुआत की जिससे डीजल एवं बिजली पंपों को सौर पम्पों में बदला जायेगा।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना लक्ष्य, बजट एवं विवरण
पीएम कुसुम योजना के लक्ष्य एवं विवरण –
- इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।
- बंजर जमीन पर 10 हजार मेगा वाट्स सोलर प्लांट लगाए जायेंगे।
- योजना के शुरुआत में सरकार की ओर से १.75 मिलियन ऑफ़ ग्रिड कृषि सौर पम्प वितरित किये जायेंगे।
- सरकार की ओर से ट्यूबवेल और मौजूदा पंपों को सौर ऊर्जा से चलाने के लिए परिवर्तित किया जाएगा।
पीएम कुसुम योजना का बजट –
- केंद्र सरकार ने अगले 10 वर्षों के लिए इस योजना पर 48 हजार करोड़ रूपए खर्च किये जाने की घोषणा की है।
- इस योजना के तहत, किसानों को सौर कृषि पंप स्थापित करने के लिए 17.50 लाख रु. का फण्ड दिया जाएगा मौजूदा डीज़ल कृषि पंपों को बदलने के लिए पंपों की क्षमता 7.5 एचपी तक होगी क्षमता 7.5 एचपी से अधिक हो सकती है लेकिन आर्थिक सहायता केवल 7.5 एचपी की क्षमता के लिए प्रदान की जाएगी।
- केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों की ओर से किसानों को 60% की सब्सिडी प्रदान की जाएगी जिसमें से लागत का 30% लोन के रूप में सरकार द्वारा दिया जाएगा, ऋण को बिजली बेचकर 5 से 6 वर्षों में भरा जा सकता है। किसानों को केवल प्रोजेक्ट की कुल लागत का 10% देना होगा।
- इस योजना का लक्ष्य 2022 तक सौर और अन्य नवीकरणीय क्षमता को 25,750 मेगावाट की तक पहुँचाना है। इसके ऊपर कुल 34,422 करोड़ रूपए केंद्रीय वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
पीएम कुसुम योजना के लाभ
पीएम कुसुम योजना के तहत 10 लाख ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों के सोलराइज़ेशन के लिए है और अलग-अलग किसानों को ग्रिड पंप के लिए सोलराइज़ पंपों के लिए फण्ड दिया जाएगा। इसके अलावा योजना के तहत 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद की जाएगी। 15 लाख किसानों को ग्रिड से जुड़े सोलर पंप लगाने के लिए धन मुहैया कराया जाएगा। किसान अपनी जरुरत की बिजली का इस्तेमाल करने के बाद बची हुई बिजली को विभिन्न बिजली वितरण कंपनियों (DISCOM) को बेंच सकेंगे। सब्सिडी एवं अन्य राशि किसान/मालिक के बैंक खाते में सीधे प्रदान की जाएगी।
पीएम कुसुम योजना के लिए कैसे करें आवेदन
पीएम कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को निम्नलिखित चरणों से होकर गुजरना होगा –
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवार को सबसे पहले आवेदन करना होगा।
- आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को सर्वप्रथम ऑफिसियल वेबसाइट http://www.mnre.gov.in पर जाना होगा जिससे वेबसाइट का होम पेज ओपन हो जायेगा।

- होम पेज पर आवेदन करने का लिंक दिया गया होगा जिस पर आपको क्लिक करना होगा।
- लिंक पर क्लिक करने से आपको Kusum Scheme का फॉर्म दिखाई देगा जिस पर आपको क्लिक करना होगा।
- आवेदनकर्ता को इस फॉर्म में अपनी सही जानकारी भरनी होगी, जैसे कि अपने निजी जानकारी:– मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी भरकर सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा।
- ऑनलाइन आवेदन पूरा होने पर आपको Kusum Yojana की ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा।
- अंत में कुसुम सोलर योजना के अंतर्गत भारी फॉर्म को सबमिट कर दीजिए.
कौन कर सकते हैं आवेदन
- जल उपभोक्ता एसोसिएशन
- किसान
- सान उत्पादक संगठन
- किसानों का समूह
- सहकारी समितियां पंचायत
संपर्क सूत्र
इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी या अन्य जानकारियों के लिए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट http://www.mnre.gov.in पर जा सकते हैं। इसके अलावा आप टोल फ्री नम्बर 1800-180-3333 पर बात कर सकते हैं।