भारत की झीलें : झीलें पानी का वह अथाह भण्डार होती हैं जो चारों ओर से स्थलखण्डों से घिरी होती हैं। ये झीलें कहीं भी ही सकती है मैदानी इलाकों में, पर्वतीय इलाकों में या पठारों में। विश्व भर में पायी जाने वाली झीलों की विशेषता ये है कि उनका पानी खारा है। वहीं बहुत सी झीलें इनकी अपवाद हैं उनका पानी मीठा पीने योग्य होता है। झीलों का प्रायः जल स्थिर ही रहता है। झीलों में आने वाला जल मुख्यतयः वर्षा से, पहाड़ों की बर्फ पिघलने से, झरने या नदियों से प्राप्त होता है। पर्वतीय इलाकों में झीलों में पानी हिम पिघलने से होता है तो वहीं मैदानी इलाकों या पठारों की झीलों में पानी नदियों से या वर्षा से जमा होता है।
विश्व भर में दो प्रकार की झीलें पायी जाती हैं – प्राकृतिक झील और मानव निर्मित झील।
प्राकृतिक झील- इन झीलों का निर्माण प्रकृति के द्वारा किया गया है। ये कभी ज्वालामुखी के फूटने से बनी तो कभी पहाड़ों के भूस्खलन से तो वहीं मैदानी भागों में इनका निर्माण नदियों के इधर-उधर मुड़ने के कारण हुआ है।
मानव निर्मित झील- इन झीलों का निर्माण मनुष्यों के द्वारा जल की आवश्यकता की पूर्ति के लिए, जीवनयापन (मछली पालन) के लिए या फिर विद्युत उत्पादन के लिए किया गया है।
झीलों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न
- तिब्बत की टिसो सिकरू संसार की सबसे ऊँची झील है जो कि तिब्बत के पठार पर 18284 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- मृत सागर संसार की सबसे नीची झील है यह सागर तल से भी 1300 फीट नीचे है तथा इसकी तली सागर तल से 2500 फीट निचाई पर है।
- बैकाल झील दुनिया की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील (आयतन से) और दुनिया की सबसे गहरी झील है।
- वुलर झील भारत की ही नहीं पूरे एशिया की सबसे बड़ी ताज़े पानी की झील है।
- चिल्का झील भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।
- गुरुडोंगमार झील भारत की सबसे ऊँची झील है इसकी ऊंचाई 5,430 मीटर (17,800 फ़ीट) है तथा यह भारत के सिक्किम से स्थित है
- वेम्बनाड कायल या वेम्बनाड झील भारत की सबसे लम्बी झील है। यह केरल राज्य में स्थित है।
- गोबिंद वल्लभ पंत सागर (रिहन्द डैम) भारत की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है।
भारत की झीलें | Lakes of India
भारत में बहुत सारी प्राकृतिक और मानवनिर्मित झीलें हैं। जिनमे से कुछ मीठे पानी की तो कुछ खारे पानी की झील हैं। आज के इस लेख में हम आपको भारत की लगभग सभी प्रमुख झीलों के बारे में बताएंगे जो कि आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत उपयोगी हैं।
ताज़े पानी की झील
झील | राज्य |
कोलेरू झील | आंध्र प्रदेश |
नागार्जुन सागर | आँध्र प्रदेश |
हाफलांग झील | असम |
दीपोर बील झील | असम |
सन बील झील | असम |
चंडूबी झील | असम |
कावर झील (गोखुर झील) | बिहार |
नारायण सरोवर | गुजरात |
वस्त्रापुर झील | गुजरात |
बड़खल झील | हरियाणा |
ब्लू बर्ड झील | हरियाणा |
ब्रह्म सरोवर | हरियाणा |
दमदमा झील | हरियाणा |
कर्ण झील | हरियाणा |
तिल्यार झील | हरियाणा |
सूरज ताल | हिमाचल प्रदेश |
महाराणा प्रताप सागर | हिमाचल प्रदेश |
पराशर झील | हिमाचल प्रदेश |
अगारा झील | कर्णाटक |
बेल्लान्दुर लेक | कर्णाटक |
कुकराहल्ली झील | कर्णाटक |
होन्नामाना केरे | कर्नाटक |
पम्पा सरोवर | कर्णाटक |
सस्थमकोट्टा झील | केरल |
भोजताल झील | मध्य प्रदेश |
सलीम अली | महाराष्ट्र |
शिवसागर | महाराष्ट्र |
लोकटक झील | मणिपुर |
उमियम झील | मेघालय |
तामदिल झील | मिजोरम |
कंजिया झील | ओडिसा |
हरिके झील | पंजाब |
कांजली झील | पंजाब |
राजसमन्द झील | राजस्थान |
सोमगो झील | सिक्किम |
खेचेओपल्री लेक | सिक्किम |
ऊटी लेक | तमिलनाडु |
बेलासागर | उत्तर प्रदेश |
भीमताल | उत्तराखंड |
खारे पानी की झील
झील | राज्य |
चिल्का झील | ओड़िसा |
सांभर झील | राजस्थान |
त्सो मोरिरी झील | जम्मू-कश्मीर |
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