नीट 2018 के परिणाम आज 04 जून 2018 को घोषित हो गए हैं। नीट मेडिकल में जाने की चाह रखने वालो के लिए काफी बड़ा एग्जाम है। नीट की हर परीक्षा हर साल अयोज्जित काई जाती है और इसके लिए लाखों उम्मीदवार आवेदन करते हैं पर कुछ हज़ार ही उम्मीदवार इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। नीट की परीक्षा पास करने के बाद उन्हें देश के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलता है जहाँ वे अपने डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करते हैं। जैसा कि नीट का परिणाम अभी कुछ समय पहले ही घोषित हुआ है। नीट की परीक्षा के लिए कुछ कट -ऑफ निर्धारित की जाती है इस वर्ष यह कट – ऑफ कितनी गयी है इस बारे में ही हम आपको बताने जा रहे हैं।
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नीट कट-ऑफ 2018
नीट 2018 का रिजल्ट जारी होते ही सबसे पहली बात जो किसी के भी दिमाग में आती है वह ये कि इस साल आखिर कट-ऑफ कितनी गयी ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि आपके कट-ऑफ अंक की बताते हैं कि आप पास हुए हैं या नहीं या फिर आपको किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन मिलेगा या नहीं। कट-ऑफ श्रेणियों के अनुसार निर्धारित किये जाते हैं। कट-ऑफ किसी भी प्रवेश परीक्षा के लिए बहुत जरुरी होती है जिन उम्मीदवारों के अंक कट-ऑफ से काम होते हैं वह परीक्षा में पास नहीं माने जाते। कट-ऑफ से ज्यादा अंक लाने वालो को ही आगे की प्रक्रिया के लिए बुलाया जाता है इसीलिए उम्मीदवारों को जरुरी है कि वह कट-ऑफ से ज्यादा ही अंक लेकर आये तभी वे आगे अपने पसंद का कॉलेज या शाखा चुन सकते हैं।
श्रेणियाँ | नीट कट-ऑफ 2018 |
सामान्य | 50 परसेंटाइल |
ओबीसी | 40 परसेंटाइल |
एससी | 40 परसेंटाइल |
एसटी | 40 परसेंटाइल |
सामान्य और पीएच | 40 परसेंटाइल |
ओबीसी और पीएच | 40 परसेंटाइल |
एससी और पीएच | 40 परसेंटाइल |
एसटी और पीएच | 40 परसेंटाइल |
परसेंटाइल क्या है ?
परसेंटाइल का मतलब है कि कोई भी संख्या जो निर्धारित है उसके नीचे कितने उम्मीदवार आते हैं जैसे कि अगर आपके 500 में से 400 अंक आये हैं तो इसका मतलब आपके 80% मार्क्स आये लेकिन अब 80% के नीचे जितने भी उम्मीदवार है उसे कुल जितने जितने भी उम्मीदवारों ने भाग लिया उससे डिवाइड करके फिर 100 से गुणा कर दें। यही होता है परसेंटाइल।
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नीट कट-ऑफ मार्क्स 2018
नीट का रिजल्ट आते ही कट – ऑफ अंको के बारे में हर कोई जानना चाहता हैं और अभी रिजल्ट जारी होते ही नीट के कट-ऑफ अंक भी आ गए हैं। नीचे हम आपको हर श्रेणी के कट-ऑफ अंक बता रहे हैं।
श्रेणी | कट-ऑफ परसेंटाइल | कट-ऑफ अंक | कुल उम्मीदवार |
सामान्य | 50 | 691-119 | 634897 |
ओबीसी | 40 | 118-96 | 54653 |
एससी | 40 | 118-96 | 17209 |
एसटी | 40 | 118-96 | 7446 |
सामान्य और पीएच | 40 | 118-107 | 205 |
ओबीसी और पीएच | 40 | 106-96 | 104 |
एससी और पीएच | 40 | 106-96 | 36 |
एसटी और पीएच | 40 | 106-96 | 12 |
पिछले वर्ष की नीट की कट-ऑफ
श्रेणी | 2017 | 2016 |
सामान्य | 131 | 145 |
ओबीसी/एससी/एसटी | 107 | 118 |
सामान्य और पीएच | 118 | 131 |
ओबीसी और पीएच / एससी और पीएच / एसटी और पीएच | 107 | 118 |
नीट 2018 यूजी के लिए कुल 11,38,8 9 0 उम्मीदवार पंजीकृत हुए थे। इनमें से 11,36,206 भारतीय नागरिक थे, 1,522 एनआरआई थे, 480 ओसीआई थे, वहां 69 पीआईओ और 613 विदेशी थे। पंजीकृत उम्मीदवारों में से 43.64% पुरुष थे और 56.36% महिलाएं थीं; जैसा कि देखा जा सकता है, लड़कियों की बड़ी संख्या राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा में दिखाई देती है। 2016 में एनईईटी के केवल 52 शहरों की तुलना में, परीक्षण 2017 में 102 शहरों में आयोजित किया गया था। उसी टोकन द्वारा, परीक्षाओं की संख्या 2 से 10 तक बढ़ी थी। कुल मिलाकर 1 9 21 परीक्षण केंद्रों को आवंटित किया गया था पिछले साल इस राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा प्रवेश परीक्षा का संचालन, इससे पहले वर्ष में 739 के विरोध में था। एनईईटी के सुचारू संचालन की देखभाल के लिए 1,50,000 से अधिक की आबादी वाले भारी संख्या में कर्तव्य पर थे।