नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) बोर्ड ने छात्रों के प्रति बदला फैसला । हाल ही में हुई आलोचना के कारण केंद्र सरकार ने अहम कदम उठाया है। एचआरडी मिनिस्ट्री ने नीट की परीक्षा में संशोधन कर दिया था जिसके तहत नीट की परीक्षा को साल में दो बार ऑनलाइन परीक्षा आयोजित होनी थी जिससे छात्रों की परेशानियां बढ़ गई थी की कब किस एग्जाम में भाग लें। लेकिन छात्रों की आलोचना के बाद शिक्षा बोर्ड ने अपना फैसला दोबारा बदल दिया है। अब नीट की परीक्षा साल में एक बार होगी वो भी कागज़ और कलम से। और साथ ही परीक्षा का सारा पैटर्न भी पहले की तरह ही कर दिया गया है।
एमबीबीएस और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) की परीक्षा हर साल बहुत छात्र देते हैं। लेकिन यहां परीक्षा ऑनलाइन होने कारण छात्रों की दिक्कतें बहुत बढ़ गई थी। नीट परीक्षा पर छात्रों का आक्रोश साफ़ देखा जा सकता था। जल्दी ही छात्रों की दिक्क्तों को देखते हुए हेल्थ मिनिस्ट्री की सिफारिश पर मानव संसथान विकास (एचआरडी) मंत्रालय ने अपना फैसला बदल दिया। अब छात्र पहले की तरह ही ओएमआर आधारित परीक्षा दे सकते हैं।
नीट परीक्षा से जुड़ी कुछ महत्पूर्ण तिथियां
नीट 2018 कार्यक्रम | महत्त्वपूर्ण तिथियां |
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ऑनलाइन पंजीकरण जारी होने की तिथि | 1 नवंबर 2018 से |
आवेदन पत्र की अंतिम तारीख | 30 नवंबर 2018 तक |
प्रवेश पत्र तिथि | 15 अप्रैल 2019 |
परीक्षा की तारीख | 5 मई 2019 |
परीक्षा के परिणाम | 5 जून 2019 |
नीट 2019 परीक्षा की विस्तृत जानकारी के लिए उम्मीदवार हमारा आर्टिकल पढ़ सकते हैं।
आपको बता दें कि अब तक हर साल यह परीक्षा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी कि सीबीएसई द्वारा आयोजित की जाती थी। लेकिन एनटीए ने नीट की परीक्षा वर्ष में दो बार करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट से आये फैसले के अनुसार परीक्षा वर्ष में एक बार ही आयोजित की जाएगी। नीट 2019 की परीक्षा 5 मई 2019 को आयोजित की जाएगी। लेकिन हाल ही में, एनटीए (नेशनल टेस्टिंग अकादमी) के रूप में जाने वाली एक नई समिति ने सीबीएसई के वर्कलोड को कम करने के लिए नीट यूजी 2019 के बाद आयोजित करने की ज़िम्मेदारी ली है।