होली हिन्दुओं के द्वारा मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है। हालाँकि इसे हर धर्म के लोग बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं। होली को प्रकृति और प्रेम का पर्व भी माना जाता है क्युकी यह पर्व हमें प्रकृति के करीब लेकर जाता है। होली को रंगोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। सभी लोग सारे गिले शिकवे को भूल कर एक दूसरे को रंग – गुलाल लगाते हैं। फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं और घरों में तरह तरह के पकवान बनाये जाते हैं। होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। इस आर्टिकल से होली पर 10 पंक्तियाँ प्राप्त करें।

होली पर 10 पंक्तियाँ

होली के मौके पर हम सभी अपने प्रियजनों से मिलते हैं और खुशियां बांटते हैं। हमारे देश में होली का पर्व राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाया जाता है। सभी स्कूल-कॉलेज, ऑफिस में इस दिन छुट्टी होती है ताकि लोग अपने परिवार के साथ इस रंग-बिरंगे त्योहार को मना सके। होली ही एकमात्र ऐसा त्योहार माना जाता है जिसमें लोग अपने सारे मतभेदों को भुला कर एक दुसरे के साथ खुशियां मनाते हैं। यह आमतौर पर मार्च के महीने में मनाया जाता है। जैसा की हमारे देश में हर त्यौहार के पीछे कोई ना कोई मान्यता प्रचलित है वैसे ही होली के पीछे भी राजा हिरणकश्यप और प्रह्लाद की कहानी बहुत प्रचलित है।

होली पर 10 पंक्तियाँ

  1. होली हर साल मार्च के महीने में मनाया जाता है।
  2. होली हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है।
  3. होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है।
  4. लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगते हैं और सभी घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाये जाते हैं।
  5. रंगों की होली के एक दिन पहले लकड़ी, घास और गोबर के ढेर को रात में जलाकर होलिका दहन की पौराणिक कथा को याद करते हैं।
  6. पुराने ज़माने के लोग प्राकृतिक रंगों का प्रयोग करते थे। इसलिए होली के पर्व को प्रकृति से जुड़ा पर्व भी माना जाता है।
  7. ज के ज़माने में लोग केमिकल रंगों का प्रयोग करते हैं जिससे त्वचा को नुकसान पहुँचता हैं।
  8. इस पर्व के पौराणिक कथा से हमें यह पता चलता है की अच्छाई की हमेशा बुराई पर जीत होती है।
  9. सभी घरों में विभिन्न तरह के पकवान बनाये जाते हैं।
  10. होली सिर्फ हिन्दुओं ही नहीं बल्कि सभी समुदाय के लोगों द्वारा हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। 

Similar Posts

Leave a Reply