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हमारे देश कई त्योहार मनाये जाते हैं। सभी त्योहारों का लोगो के जीवन में अपना एक अलग महत्व होता है। दीपावली को हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। दीपावली के तीसरे दिन भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। जिसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज के दिन बहन, भाई के लम्बे जीवन के लिए प्रार्थना करती है। रक्षाबधन के बाद भाईदूज ऐसा दूसरा त्योहार है ,जो भाई और बहन के बीच अपार प्रेम को दर्शाता है। स्कूलों में भाई दूज पर निबंध लिखने को भी कहा जाता है। बच्चे इस पोस्ट से भाई दूज पर हिंदी निबंध देख सकते हैं।

भाई दूज पर निबंध

भाई दूज पर निबंध 400 Words

हमारे देश में भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई को प्रेमपूर्वक तिलक कराती है। उन्हें प्यार से भोजन करवाया जाता है। इस दिन सभी बहनें भगवान से अपने भाइयों की लम्बी आयु की कामना करती है। यह मान्यता प्रचलित है की यमुना जी ने अपने भाई यमराज से ये वचन लिया था , की भाई दूज मनाने से यमराज के डर से मुक्ति मिलती है और भाई-बहन में प्रेम के साथ ही सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। बदले में भाई भी अपनी बहनों को बहुत सारा उपहार देते है। भाई दूज का त्यौहार भी रक्षाबंधन के तरह भाई बहन के रिश्ते को और मज़बूत बनता है।

भाई दूज को भारत के अलग-अलग जगहों पर अलग नाम से जाना जाता है। संस्कृत में इसे भागिनी हस्ता भोजना कहते हैं तो वही कर्नाटक में इसे सौदरा बिदिगे के नाम से जानते हैं। बंगाल में भाई दूज को भाई फोटा, नेपाल में भाई टीका और महाराष्ट्र में भाव बीज के रूप में मनाते हैं। इस दिन सभी विवाहित बहनें अपने भाइयों को घर आने का न्योता देती हैं। रक्षाबंधन के तरह ही भाई दूज के दिन भाई अपने बहन का आदर सत्कार करता है और बहन भी अपने भाई की लम्बी उम्र की प्रार्थना करती है।

भाई दूज पर्व को लेकर कुछ कथाएं भी प्रचलित है। कहा जाता है की इस दिन यमुना ने अपने भाई यमराज को अपने घर पर पूरे आदर और सत्कार के साथ भोजन करवाया था। उस दिन सब ने मिलकर एक महान उत्सव मनाया जो की यम लोक के लिए खुशियों भरा था। इसलिए ये दिन तीनो लोको में यम द्वितीया के नाम से प्रसिद्ध हुआ। जिस दिन यमुना ने यम को अपने घर बुलाकर भोजन करवाया था उस दिन जो भी मनुष्य अपनी बहनों के हाथों से अच्छा भोजन प्राप्त करते हैं उसे मान्यताओं के अनुसार धन और भोजन की कभी भी कमी नहीं होती है।

बचपन से ही भाई का बहन एक दुसरे के प्रति ध्यान और प्यार की भावना झलकता है। इसी प्रेम को दर्शाने के लिए रक्षाबंधन या भाई दूज पर्व जैसे त्योहार बने हैं। दोनों ही त्योहारों में बहनों का केवल प्रेम और स्नेह झलकता है। भाई बहन अपनी सभी लड़ाई-झगड़ों को भूलाकर इस दिन को प्यार से मनाते हैं। भाइयों का अपनी बहन के प्रति बचपन से ही लगाव और प्रेम को प्रकट करने का इससे अच्छा और कोई मौका नहीं हो सकता है। हर क्षेत्र में भाई दूज मनाने का अलग अलग तरीका है लेकिन सभी जगहों पर भाई और बहन के बिच का प्यार ही मुख्य सूत्र होता है।

भाई दूज पर शार्ट निबंध

हमारे देश के हर त्योहार प्रेम के रिश्ते से बनते हैं। कई पौराणिक काकथाओं में ये कहा गया है की भाई-बहन का रिश्ता हमेशा एक दुसरे के लिए अपने जीवन का भी बलिदान देने के लिए तैयार रहते है। भाई दूज की कथा भी कुछ ऐसी ही है जिसमे बहन अपने भाई की सारी विपत्तियों को पहले अपने आप पर ले लेती है। भाई दूज भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है जिसमे बहन अपने भाई को अपने घर बुलाती है, उसे तिलक लगाती है, भोजन करवाती है और उसके अच्छे और सुरक्षित भविष्य की कामना करती है।

भाई दूज भारत के साथ साथ नेपाल में भी मनाया जाता है। दीपावली त्योहार के बाद यह भाई दूज पर्व मनाया जाता है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह पर्व कार्तिक के महीने में मनाया जाता है। इस दिन को रक्षाबंधन के तरह ही मनाया जाता है। इस विशेष अवसर पर भाई अपनी बहनों को कई उपहार देते हैं और बदले में बहनें अपने भाईयों की लाभ आयु की कामना करती है। यह पर्व भाई और बहन के अटूट प्यार का प्रतिक माना जाता है।

भाई दूज पर 10 लाइन

  • भाई दूज पर्व दीपावली के बाद मनाया जाता है।
  • भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है।
  • इस दिन सभी बहने अपने भाई को तिलक लगाकर, उसकी लम्बी उम्र की प्रार्थना करती है।
  • रक्षाबंधन के बाद भाई दूज ऐसा पर्व है जो भाई-बहन के अपर प्रेम को दर्शाता है।
  • भाई-बहनों बीच के प्रेम को मज़बूत करने के लिए भाई दूज पर्व मनाया जाता है।
  • इस दिन विवाहित बहनें अपने भाइयों को अपने घर बुलाती है और उनकी खूब आदर-सत्कार करती है।
  • दीपावली का त्योहार भाई दूज अर्थात यम द्वितीया के साथ ही समाप्त हो जाता है।
  • यमराज ने अपनी बहन यमुना को यह वादा किया था की इस दिन जो भी भाई अपनी बहन से तिलक लगवाएंगे और अपनी बहन के घर जाकर भोजन प्राप्त करेंगे उन्हें स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होगी।
  • भाई दूज अलग-अलग क्षेत्रों में अलग तरीके से मनाया जाता है।
  • बदले में भाई भी अपनी बहनों को बहुत सारा उपहार देते है।

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